अंबेडकर पर विपक्ष का नया नैरेटिव! बिहार में विपक्ष को मिला चुनावी मुद्दा

Bhimrao Ambedkar: संसद में बहस संविधान पर और केंद्र में बाबा भीमराव अंबेडकर. संविधान पर बहस के दौरान विपक्ष पर भारी पड़ते NDA को गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर को लेकर दिए बयान ने बेवजह परेशानी में डाल दिया है. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव ने अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जबकि भाजपा नेता बचाव की मुद्रा में दिख रहे हैं.

अंबेडकर पर विपक्ष का नया नैरेटिव! बिहार में विपक्ष को मिला चुनावी मुद्दा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान बाबा भीमराव अंबेडकर को लेकर बयान दिया. बयान में उनकी नीयत अंबेडकर के अपमान की तो कतई नहीं रही, लेकिन अंदाज ऐसा था कि विपक्ष को उन पर हमलावर होने का मौका मिल गया. बिहार में आरजेडी इस मामले पर अधिक मुखर हो गया है. लालू प्रसाद यादव ने अमित शाह के बयान को अपने अंदाज में आगे बढ़ा दिया है. लालू ने कहा कि अमित शाह ने उनके भगवान का अपमान किया है. अंबेडकर को भगवान बताते हुए अमित शाह के बयान की न सिर्फ लालू ने निंदा की, बल्कि उन्हें सियासत से संन्यास लेने की सलाह दे डाली. लालू के बेटे और इंडिया ब्‍लॉक के बिहार में सीएम फेस तेजस्वी यादव ने अमित शाह के बयान को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा है- भाजपाई कान खोल कर सुन लें, बाबा साहेब अंबेडकर हमारे Fashion भी हैं, Passion भी हैं, Inspiration भी हैं और Motivation भी हैं. RSS और BJP वालों ने पहले महात्मा गांधी को गाली दी, फिर जननायक कर्पूरी ठाकुर को दी, फिर नेहरू को दी और अब अंबेडकर को गाली दे रहे हैं. इनके अपने तो सब नेता माफीवीर रहे, इसलिए देश के महापुरुषों को अपमानित करने का इनका सिनिस्‍टर डिजाइन है.‘ अमित शाह ने क्या कहा? संसद में संविधान पर बहस हो रही थी तो केंद्रीय गह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कांग्रेस और विपक्ष को टारगेट कर कहा, ‘अभी एक फैशन हो गया है, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर…इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता.’ अमित शाह ने यह बात शायद इसलिए कही थी कि विपक्ष लगातार संविधान और इसमें किए आरक्षण के प्रावधान को लेकर भाजपा के खिलाफ नैरेटिव गढ़ता रहा है. विपक्षी नेता संविधान की प्रति पॉकेट में लेकर घूमते हैं. विपक्ष ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि भाजपा संविधान को बदलने और आरक्षण खत्म करने की तैयारी में है. इसमें विपक्ष को काफी हद तक कामयाबी भी मिल गई. भाजपा की सीटें पूर्व के दो चुनावों के मुकाबले घट कर 240 पर आ गई. कांग्रेस को तगड़ा झटका, राज्‍यसभा में सभापति के खिलाफ लाया गया अविश्‍वास प्रस्‍ताव खारिज अमित शाह ने सफाई भी दी अमित शाह के बयान पर विपक्ष की आक्रामकता इतनी बढ़ गई है कि भाजपा भी अब इसे लेकर गंभीर हो गई है. सदन में बयान के बाद अमित शाह को प्रेस कान्फ्रेंस कर सफाई देनी पड़ी कि उन्होंने यह बात क्यों कही. दरअसल, विपक्ष बाबा भीमराव अंबेडकर के संविधान को लेकर उनकी खूब चर्चा करता है. विपक्ष यह कहने से नहीं चूकता कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को बदलना चाहती है. नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान जब 400 पार सीटें जीतने का नारा दिया, तब विपक्ष ने यही प्रचारित किया कि भाजपा को इतनी सीटें बाबा साहब के संविधान को बदलने के लिए चाहिए. अमित शाह का कहना है कि विपक्ष अंबेडकर नाम तो जपता है, लेकिन उन्हें सम्मान देने की पूर्ववर्ती सरकारों ने कभी जरूरत नहीं समझी. उन्हें भारत रत्न लायक कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने नहीं समझा, जबकि कांग्रेस अपने ही जीवित नेताओं को उनके सक्रिय सियासी जीवन में ही भारत रत्न सम्मान देने से नहीं चूकी. विधानसभा चुनावों में बनेगा मुद्दा अगले साल बिहार और दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने हैं. जिस तरह से अमित शाह के बयान पर विपक्ष ने कोहराम मचाया है, उससे यह बात साफ हो गई है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा जरूर बनेगा. इसी बहाने विपक्ष अपने नैरेटिव को स्थापित करने की कोशिश करेगा कि भाजपा जब अंबेडकर से इतना घृणा करती है तो उनके संविधान के प्रति उसका क्या रुख होगा. संविधान में की गई आरक्षण की व्यवस्था को बदलने का प्रयास करने का आरोप विपक्ष पहले से ही भाजपा पर लगाता रहा है. लालू यादव ने कहा भी है कि अमित शाह के बयान से अंबेडकर के प्रति घृणा साफ झलकती है. बयानों में उलझती रही है BJP बीजेपी अक्सर ऐसे बयानों में उलझ जाती है. अब तक कम से कम तीन ऐसे मौके आए हैं, जब भाजपा को बयानों में उलझ कर नुकसान उठाना पड़ा है. इनमें पहला बयान संघ प्रमुख मोहन भागवत का रहा, जो उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान 2015 में दिया था. उन्होंने कहा था कि आरक्षण लागू हुए लंबा वक्त बीत गया, अब इसकी समीक्षा करने की जरूरत है. लालू यादव ने तब उनके बयान को लपक लिया था और यह नैरेटिव गढ़ा कि भाजपा आरक्षण खत्म करना चाहती है. विधानसभा चुनाव में लालू के इस नैरिटव से भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा था. नड्डा ने RSS पर बयान दिया लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी की एक सभा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि अब पार्टी को आरएसएस की मदद की जरूरत नहीं रह गई है. भाजपा अपने बूते खड़ी हो चुकी है. उनके इस बयान से संघ से जुड़े लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हुई और भाजपा की दुर्गति से सभी वाकिफ हैं. भाजपा को लोकसभा में 240 सीटों पर आ जाना पड़ा. सरकार बनाने के लिए उसे क्षेत्रीय दलों की मदद लेनी पड़ गई. एक्सपर्ट मानते हैं कि भाजपा की सीटें घटने में दूसरे कारकों के अलावा जेपी नड्डा का संघ को लेकर दिया गया बयान भी एक कारक था. Tags: Amit shah, Bihar News, Lalu Prasad Yadav, National NewsFIRST PUBLISHED : December 20, 2024, 05:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed