इस दिन करेंगे व्रत तो मिलेगा मनचाहा वर पति की भी बढ़ेगी उम्र
इस दिन करेंगे व्रत तो मिलेगा मनचाहा वर पति की भी बढ़ेगी उम्र
कहा जाता है हरियाली तीज का व्रत करने से जल्द विवाह की योग भी बनते हैं. तो चलिए आज इस रिपोर्ट में जानते हैं की कब और क्यों मनाया जाता है हरियाली तीज का पर्व.
अयोध्या: प्रत्येक वर्ष सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है सनातन धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए यह पर्व बेहद खास माना जाता है शास्त्रों के मुताबिक हरियाली तीज का वर्णन अनेक धार्मिक ग्रंथो में भी देखने को मिलता है कहा जाता है इस व्रत को करने से विवाहित महिलाओं के पति को लंबी आयु प्राप्त होती है साथ ही कुंवारी कन्याओं को इस व्रत को करने से अच्छा पति मिलता है.
धार्मिक मान्यता के मुताबिक हरियाली तीज के दिन भगवान शंकर माता पार्वती की पूजा आराधना की जाती है हरियाली तीज का व्रत करने से जीवन में कई तरह की खुशियां भी प्राप्त होती है . कहां जाता है हरियाली तीज का व्रत करने से जल्द विवाह की योग भी बनते हैं.
लंबे समय तक कठोर तपस्या …
दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं की हरियाली तीज का व्रत सावन माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन माता पार्वती ने भगवान शंकर को अपने पति के रूप में पानी के लिए लंबे समय तक कठोर तपस्या की थी उनकी तपस्या को शिव जी ने सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को स्वीकार किया था जिसके बाद इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी दीर्घायु के लिए व्रत करती है. तो कुंवारी लड़कियां मनचाहा वर प्राप्ति के लिए व्रत करती है इस व्रत को करने से जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है इसलिए सनातन धर्म में हरियाली तीज का व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है.
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान
हरियाली तीज के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद भगवान शंकर और माता पार्वती के निमित्त पूजा आराधना की जाती है भगवान शंकर और माता पार्वती की कथा सुनी जाती है उनके अमोघ मंत्र का जाप किया जाता है ऐसा करने से भगवान शंकर और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है साथ ही पति को लंबी आयु मिलती है
हरियाली तीज के मंत्र
ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः ऊँ गौरये नमः ऊँ पार्वत्यै नमः
कुवारी कन्याओं के लिए मंत्र
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया। तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
Tags: Hartalika Teej, Local18FIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 06:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed