एक्‍शन में असम के डीजीपी: मदरसों को नियम पालन करने को कहा जांच के दिए निर्देश

असम (Assam) के पुलिस महानिदेशक (DGP) भास्कर ज्योति महंत ने रविवार को कहा कि राज्य में कुछ मदरसों के शिक्षकों के ‘आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध पाए जाने’ के हालिया मामलों के बीच, राज्य के ऐसे सभी संस्थानों को अपने मूल निकायों एवं स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा निर्धारित नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है.

एक्‍शन में असम के डीजीपी: मदरसों को नियम पालन करने को कहा जांच के दिए निर्देश
हाइलाइट्सअसम के डीजीपी ने मदरसों को दिए निर्देश नियम पालन करें, सभी मदरसों का सर्वे होगा आतंकी कनेक्‍शन मिलने के बाद जांच शुरू गुवाहाटी . असम (Assam) के पुलिस महानिदेशक (DGP) भास्कर ज्योति महंत ने रविवार को कहा कि राज्य में कुछ मदरसों के शिक्षकों के ‘आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध पाए जाने’ के हालिया मामलों के बीच, राज्य के ऐसे सभी संस्थानों को अपने मूल निकायों एवं स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा निर्धारित नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है. महंत ने कहा कि राज्य के अधिकतर मदरसों का संचालन करने वाले चार मुख्य संगठनों को छह महीने के भीतर इस प्रकार के धार्मिक शिक्षण संस्थानों का सर्वेक्षण करने को कहा गया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्वोत्तर राज्य में इस समय 3,000 से अधिक पंजीकृत और गैर-पंजीकृत मदरसे संचालित किए जा रहे हैं. आतंकवादी संगठनों से संबंध के संदेह में पिछले कुछ महीनों में शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद से ये संस्थान जांच के दायरे में आ गए हैं. असम में पिछले एक महीने में तीन मदरसों को ढहाया गया है. डीजीपी ने इस्लामी समुदाय के नेताओं के साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट’ (एक्यूआईएस) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) जैसे संगठनों के कट्टरपंथी तत्व यहां अपनी सोच लागू करना चाहते हैं और यह वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में चिंता का विषय है.’ उन्होंने कहा, ‘कट्टरपंथी ताकतें राज्य में मुसलमानों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन समुदाय ने कुल मिलाकर सहयोग किया है, आबादी का बहुत छोटा हिस्सा इन कट्टरपंथी सिद्धांतों के झांसे में आ रहा है.’ मदरसों को संचालित करने वाले संगठनों के साथ की चर्चा  इस बैठक में समुदाय के कुछ विधायकों के अलावा ‘ऑल असम तंजीम मदरसा’, ‘अहले सुन्नत वाल जमात’, ‘ऑल असम इस्लामिक रिसर्च सेंटर’ और ‘नदवातुत तामीर’ के प्रतिनिधि मौजूद थे. महंत ने कहा, ‘मदरसों को संचालित करने वाले संगठनों के पहले से ही कुछ अपने दिशानिर्देश हैं. हमने कुछ और अतिरिक्त नियम प्रस्तावित किए हैं. उन्होंने हमारे सुझावों का समर्थन किया है.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन दिशानिर्देशों को केवल लाना पर्याप्त नहीं है, इन्हें लागू करना होगा. हमने संगठनों से इनका कार्यान्वयन सुनिश्चित करने को कहा है.’ महंत ने कहा कि इन संस्थानों का सर्वेक्षण करने और सभी दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के तरीके प्रस्तावित करने के लिए चारों समूहों के प्रतिनिधियों की एक समिति बनाई गई है. सभी मदरसों को अपना पता, शिक्षकों का नाम एवं पता जैसी जानकारी देनी होगी डीजीपी ने कहा, ‘हमने उनसे छात्रों की भलाई के लिए मदरसों में धार्मिक शिक्षा देने के साथ-साथ सामान्य विषयों को भी पढ़ाने का आग्रह किया.’ अधिकारी ने बताया कि सरकार जल्द ही एक पोर्टल शुरू करेगी, जिसमें सभी मदरसों को अपना पता, शिक्षकों का नाम एवं पता और दिए जाने वाले वेतन की जानकारी उपलब्ध करानी होगी. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में राज्य में आतंकवादी संगठनों से कथित तौर पर जुड़े 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस्लामी समुदाय के नेताओं ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए असम पुलिस की पहल का स्वागत किया और कहा कि एक ‘नया माहौल’ बनाया गया है. उन्होंने कहा कि यह बैठक ‘राष्ट्र विरोधी तत्वों को उखाड़ फेंकने की दिशा में पहला कदम’ है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Assam, DGPFIRST PUBLISHED : September 04, 2022, 23:42 IST