केजरीवाल ने घर पहुंच मां-पिता का लिया आशीर्वाद अब क्या होगा सबसे बड़ टास्क

Arvind Kejriwal News: जमानत के फैसले के साथ सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुख्यमंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल पर कई पाबंदियां लगाई गई है. अब सवाल उठता है कि जब वह सचिवालय या अपने कार्यालय नहीं जा सकते हैं तो वह करेंगे क्या. तो ऐसे में उनका सबसे बड़ा टास्क होगा क्या. ऐसे तमाम सवालों का जवाब आइए जानते हैं.

केजरीवाल ने घर पहुंच मां-पिता का लिया आशीर्वाद अब क्या होगा सबसे बड़ टास्क
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 177 दिनों बाद शुक्रवार को जेल से बाहर आ गए. जेल से बाहर आने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ता ने उनका जबरदस्त स्वागत किया. जब केजरीवाल अपने घर पहुंचे तो उनका पूरा परिवार उनके स्वागत में खड़ा था. घर पहुंचते ही सबसे पहले केजरीवाल ने अपने मां-पिता का आशीर्वाद लिया. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुख्यमंत्री के तौर पर उन पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं. जैसे सचिवालय या अपने कार्यालय में नहीं जाना और किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करना. तो ऐसे में सवाल है कि केजरवील का सबसे बड़ा टास्क क्या होगा. हालांकि कोर्ट ने अपने निर्देश में कहा है कि AAP के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल चुनाव प्रचार के लिए स्वतंत्र हैं. देश के भीतर उनकी यात्रा या लोगों से मिलने पर कोई रोक नहीं है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार AAP के एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी के इस अभियान को ‘मिशन इलेक्शन’ बताया. पहला पड़ाव हरियाणा है. कांग्रेस के साथ गठबंधन की बातचीत विफल होने के बाद AAP ने 90 में से 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. पढ़ें- सिंघवी ने क्या-क्या दी थीं दलीलें… 177 दिन बाद अरविंद केजरीवाल आ जाएंगे बाहर केजरीवाल का सबसे बड़ा टास्क ‘मिशन इलेक्शन’ पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा ”पिछले कुछ दिनों से पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के साथ ही सीएम की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी राज्य में प्रचार कर रही हैं. अब सीएम के भी उनके साथ आने की उम्मीद है. पार्टी पर लगातार हमलों के कारण हरियाणा में हमारा अभियान उम्मीद के मुताबिक नहीं चला, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में अदालतों द्वारा हमारे नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के बचाव में आने के बाद इसमें तेजी आई है.” एक अन्य नेता ने कहा कि इस समय पार्टी के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता दिल्ली विधानसभा चुनाव है. मौजूदा आप सरकार का कार्यकाल अगले साल फरवरी में खत्म हो जाएगा. नेता ने कहा, “दिल्ली हमारी राजनीति का मुख्य आधार है. यहीं से हमारा संघर्ष शुरू हुआ. पंजाब में हमने सरकार बना ली है, जो एक पूर्ण राज्य है, लेकिन दिल्ली के लोगों के अधिकारों की लड़ाई हमारी राजनीति के केंद्र में होगी. हरियाणा चुनाव खत्म होने के बाद पार्टी का पूरा ध्यान संगठन को मजबूत करने, दिल्ली में घर-घर जाकर प्रचार करने और लोगों को यह दिखाने पर होगा कि केंद्र ने AAP को कैसे प्रताड़ित किया है और लोगों और भाजपा की तानाशाही के बीच सिर्फ हम ही खड़े हैं.” शुक्रवार दोपहर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य मंत्री आतिशी ने कहा कि शहर में जो भी काम रुके हुए थे, वे अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएंगे. उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. पिछले 6-7 महीनों में जो भी काम रुके हुए थे और लोगों को जो परेशानियां हो रही थीं, वे सब CM के जेल से बाहर आने के बाद हल हो जाएंगी.” Tags: Arvind kejriwal, Delhi AAP, Haryana election 2024FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 07:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed