मात्र 5 लाख के खर्च में स्टार्ट करें 50 लाख का मुर्गियों से जुड़ा ये प्रोजेक्ट

मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए मुर्गी पालन को बढ़ावा दे रही है. किसान 1000 देसी नस्ल की मुर्गी के साथ 50 देसी नस्ल के मुर्गे पाल सकते हैं.

मात्र 5 लाख के खर्च में स्टार्ट करें 50 लाख का मुर्गियों से जुड़ा ये प्रोजेक्ट
शाहजहांपुर : केंद्र सरकार किसानों को मुर्गी पालन के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सरकार किसानों को आर्थिक तौर पर सहायता भी कर रही है. केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत किसानों को मुर्गी पालन के लिए विशेष छूट दी जा रही है. केंद्र सरकार की यह स्कीम देसी नस्ल की मुर्गी पालने के लिए है. मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए मुर्गी पालन को बढ़ावा दे रही है. किसान 1000 देसी नस्ल की मुर्गी के साथ 50 देसी नस्ल के मुर्गे पाल सकते हैं. जिसके लिए 50 लाख रुपए का पूरा प्रोजेक्ट है. जिस पर किसानों को 50% सब्सिडी मिलेगी. इसकी स्कीम के तहत मुर्गी और मुर्गे नहीं बेचे जा सकते, बल्कि मुर्गियों से निकलने वाले अंडों से बच्चे पैदा कर बेचे जाएंगे. सरकार का उद्देश्य है कि देसी नस्ल की मुर्गियों को बढ़ाया जाए. इन शर्तों का करना होगा पालन डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि मुर्गी पालन की इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसानों को विभाग की उद्यम मित्रा वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा. मुर्गी पालन की इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसान को मुर्गी पालन की पंजीकृत संस्था से प्रशिक्षण लेना जरूरी है. इसके अलावा किसान के पास एक एकड़ भूमि होना भी जरूरी है. भूमि पर किसी तरह का कोई पहले से लोन नहीं होना चाहिए. अगर किसान की जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड भी चल रहा है तो भी वह किसान मुर्गी पालन की स्कीम का लाभ लेने से वंचित रह जाएगा. अगर किसान के पास अपनी जमीन ना हो तो वह 10 साल के लिए पंजीकृत लीज पर जमीन लेकर भी मुर्गी पालन कर सकता है. बैंक अपनी शर्तों पर देगा लोन डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि किसान को मुर्गी पालन की स्कीम का लाभ लेने के लिए 50 लाख रुपए की प्रोजेक्ट रिपोर्ट ऑनलाइन प्रस्तुत करनी होगी. उसके बाद पशु चिकित्सा विभाग की टीम जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. फॉर्म कंप्लीट होने के बाद संबंधित बैंक को भेज दिया जाएगा. जिसके बाद बैंक अपनी शर्तों पर किसान को लोन देगा. मात्र 5 लाख करना होगा खर्च डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि 50 लाख रुपए की स्कीम में 5 लाख रुपए कृषक अंश रहेगा जबकि 20 लाख बैंक से लोन लेने की बाध्यता रहेगी. किसान द्वारा 25% खर्च करने के बाद आधी छूट किसान के खाते में आ जाएगी. प्रोजेक्ट पूरा होने पर शेष छूट की दूसरी किस्त किसान के खाते में भेजी जाएगी. देसी नस्ल को बढ़ावा देना सरकार का मकसद डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत किसान मुर्गी और मुर्गों को नहीं बेच सकेंगे. बल्कि मुर्गियां से निकलने वाले अंडों से बच्चे पैदा कर बाजार में बेचे जाएंगे. अंडों से बच्चे निकालने के लिए किसानों को एक हैचरी की स्थापित करनी होगी. दरअसल सरकार का उद्देश्य है कि देसी नस्ल की मुर्गी पालन को बढ़ावा दिया जाए. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 13:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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