OMG! खुले में बैठे शौच करने तो बजने लगी सीटी सबकी हो गई सिट्टी-पिट्टी गुम जानें पूरी कहानी

ODF Village in Banka: बिहार के बांका जिला के रजौन प्रखंड के मझगांय गांव को अनिल मिस्री ने महज छह महीने में खुले में शौच से मुक्त करा दिया. अब गांव के सौ फीसदी लोग शौचालय का इस्तेमाल करने लगे हैं. आइए जानें कभी स्कूल नहीं जाने वाले किसान अनिल मिस्री की कहानी.

OMG! खुले में बैठे शौच करने तो बजने लगी सीटी सबकी हो गई सिट्टी-पिट्टी गुम जानें पूरी कहानी
रिपोर्ट: अभिषेक कुमार बांका. टॉयलेट एक प्रेमकथा अक्षय कुमार की चर्चित फिल्म रही है. इस फिल्म के जरिए रूढ़ीवादी सोच पर प्रहार किया गया है. इस फिल्म से ही मिलती-जुलती कहानी बांका जिला के रजौन प्रखंड अंतर्गत मझगांय गांव की है. यहां सभी लोगों ने अपने घरों में शौचालय तो बनवा लिया था, लेकिन इस्तेमाल नहीं करते थे. हर रोज सुबह-शाम लोटा पार्टी की परिपाटी चलती थी. गांव के बाहर सड़क किनारे गंदगी से आने-जाने वालों को काफी परेशानी होती थी, लेकिन गांव के ही अनिल मिस्री ने महज छह महीने में गांव को खुले में शौच से मुक्त करा दिया. अब गांव के सौ फीसदी लोग शौचालय का इस्तेमाल करने लगे हैं. बहरहाल, 48 वर्षीय अनिल मिस्री कभी स्कूल नहीं गए. वह गांव में ही रहकर खेती और मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण-पोषण करते हैं. अनिल बताते हैं कि गांव के बाहर सड़क किनारे गंदगी से लोगों को काफी परेशानी होती थी. इसको देखते हुए पहले उन्होंने लोगों को खुद समझाने का प्रयास किया. कई बार लोग उनसे उलझ गए, लेकिन पंचायत के मुखिया मृत्युंजय कुमार के सहयोग से आज वह लोगों को समझाने में कामयाब हो गए हैं. वह हर रोज सुबह 4 बजे से 7 बजे तक और शाम में 5 बजे से रात 9 बजे तक सड़क पर पहरा देते रहते हैं. इस दौरान वे सीटी भी बजाते रहते हैं. उनके सीटी की आवाज सुनते ही लोटा लेकर शौच के लिए आने वाले लोग भाग खड़े होते हैं. अनिल के इस प्रयास का इस कदर असर हुआ कि गांव से लोटा लेकर शौच के लिए बाहर जाने का परिपाटी ही समाप्त हो गई. पंचायत के मुखिया का भी रहा है सहयोग अनिल बताते हैं कि शुरू में जब उन्होंने सड़क किनारे लोगों को शौच करने से मना किया, तो कुछ लोग उनसे उलझ भी गए. इस बीच पंचायत के मुखिया मृत्युंजय कुमार का उन्हें लगातार सहयोग मिलता रहा. वे खुद पंचायत के लोगों के बीच जाकर जागरूक कर रहे हैं. इसी का परिणाम है कि आज मझगांय गांव खुले में शौच जाने के प्रथा से मुक्ति पा लेने में कामयाब हो गया है. आज गांव में सौ फीसदी लोग शौचालय का इस्तेमाल कर रहे हैं. अनिल पूरे पंचायत के लोगों के लिए है रोल मॉडल पंचायत के मुखिया मृत्युंजय कुमार ने बताया कि अनिल बहुत ही शानदार काम कर रहे हैं. उनके प्रयास से आज मझगांय गांव खुले में शौच से मुक्त हो पाया. सौ फीसदी लोग शौचालय का इस्तेमाल कर रहे हैं. जहां भी जरूरत होगी, उन्हें हर तरह की मदद दी जाएगी. अनिल पूरे पंचायत के लोगों के लिए रोल मॉडल हैं. साथ ही बताया कि रजौन प्रखंड के चार पंचायतों का चयन लोहिया स्वच्छ बिहार मिशन के लिए हुआ है. इसमें मझगांय-डरपा पंचायत भी है. इसके अलावा राजावर, सिंहनान और ओड़ाडा शामिल हैं. स्वच्छता मिशन का भी पंचातय में तेजी से काम चल रहा है. जल्द ही यहां शहर की तर्ज पर हर रोज कचरे का उठाव किया जाएगा. साथ ही हर घर में डस्टबिन का वितरण किया जाएगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Banka News, Bihar News, OMG NewsFIRST PUBLISHED : November 07, 2022, 14:43 IST