Bajra Cookies: वैज्ञानिकों के जरिए कुक हुए बाजरे के कुकीज स्वाद में दमदार और सेहत में असरदार

Bajra-Millet Cookies: जोधपुर स्थित केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (CAZRI) ने बाजरे के कुकीज बनाए हैं. इसके साथ काजरी के वैज्ञानिकों ने इन कुकीज को लेकर कई बड़े दावे भी किए हैं. आइए जानें खासियत और कीमत.

Bajra Cookies: वैज्ञानिकों के जरिए कुक हुए बाजरे के कुकीज स्वाद में दमदार और सेहत में असरदार
रिपोर्ट: मुकुल परिहार जोधपुर. किसी भी मनुष्य के स्वस्थ रहने में सबसे बड़ी भूमिका संतुलित आहार की होती है. अगर व्यक्ति को संतुलित आहार नहीं मिले तो वह विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो सकता है. पुराने समय में आमजन के आहार में बाजरे का महत्वपूर्ण स्थान था. आधुनिक समय में अब बाजरे का स्थान गेहूं और दूसरे अनाजों ने ले लिया है. वहीं, आजकल देखा गया है कि अब कम उम्र के लोग भी शुगर, ब्लड प्रेशर के साथ ही कई असंक्रामक रोग के शिकंजे में जकड़ जाते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए अब केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (CAZRI) ने शुष्क क्षेत्र की प्रमुख फसल बाजरा (Millet crop) के आटे के कुकीज विकसित किए हैं. इन कुकीज को 1 महीने तक सुरक्षित रखा जा सकता है. बाजरे को नियमित आहार में सम्मिलित करने के लिए जोधपुर काजरी का यह नवाचार काफी सराहनीय रहा है. काजरी के प्रिंसिपल वैज्ञानिक डॉ. दिलीप जैन के निर्देशन में लैबोरेट्री में पूरे हाइजेनिक तरीके से इन बाजरे के कुकीज को बनाया जा रहा है. वैज्ञानिकों का दावा है कि इन बाजरे के कुकीज से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ ही डायबिटीज के मरीजों के लिए भी यह काफी फायदेमंद है. जबकि जिंक और आयरन युक्त होने की वजह से एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए भी काफी सेहतमंद है. यह कुकीज मोटा अनाज होने से यह एक उपयुक्त ब्रेकफास्ट में सम्मिलित भी है. अब जल्द ही काजरी जोधपुर टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के जरिए बड़े स्तर पर इसका उत्पादन करने पर भी कार्य कर रहा है. मोटे अनाज में सबसे उपयुक्त है बाजरा काजरी के वैज्ञानिकों का मानना है कि मोटे अनाजों की तुलना में बाजरा सबसे उपयुक्त अनाज है. इसका नियमित सेवन करने से शरीर में अंदरूनी ताकत बढ़ने के साथ ही रोग प्रतिरोध की क्षमता भी बढ़ती है. उनका मानना है कि बाजरे में जिंक और आयरन, प्रोटीन, कैल्शिम भी भरपूर मात्रा में होता है जिससे यह छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए लाभकारी है. इसका नियमित सेवन शरीर को रोगों से दूर रखने में मददगार साबित होता है. काजरी के वैज्ञानिकों ने बताई खासियत  केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. दिलीप जैन का कहना है कि देश के अंदर सबसे अधिक बाजरा उत्पादन राजस्थान में होता है. राजस्थान में भी सबसे अधिक बाजरा उत्पादन बाड़मेर, बीकानेर और जैसलमेर जिले में होता है. राजस्थान के कई जिलों में पूर्व में बाजरे को रोटी के रूप में काम में लिया जाता था, लेकिन वर्तमान में बाजरा नियमित आहार से दूर होता जा रहा है. बाजरा कैसे नियमित आहार बने उस को दृष्टिगत रखते हुए भी यह आइडिया आया है. साथ ही बताया कि बाजरा सबसे पौष्टिक अनाज है. इसमें आयरन ,कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. महिलाओं के प्रसव के समय भी बाजरा बहुत उपयुक्त माना गया है. साथ ही जिन व्यक्तियों में खून की अधिक कमी है उनके लिए भी बाजरा अत्यधिक रामबाण साबित हो सकता है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए काजरी के द्वारा बाजरे के कुकीज विकसित किए गए और अनुसंधान किया गया है. जबकि बाजरे के कुकीज को लेकर आमजन में भी काफी क्रेज देखा जा रहा है. बाजरा भोजन के साथ ही एक औषधि का कार्य भी करता है. ऐसे बनता है बाजरे का कुकीज केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित किए गए बाजरे के कुकीज कई सामग्री के मिश्रण से बनते हैं. कुकीज में बाजरा का आटा, देशी घी, तिल, सोढ़ा, नमक और जीरा का मिश्रण शामिल होता है. फिर सभी को मिलाकर आटा गुथा जाता है. इसके बाद इसे कुकीज का आकार देकर 80 डिग्री सेल्सियस पर बेकिंग कर तैयार किया जाता है. उपराष्ट्रपति ने भी काजरी के इस नवाचार को सराहा काजरी के प्रिंसिपल वैज्ञानिक डॉ. दिलीप जैन का कहना है कि देश के तत्कालीन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जब काजरी के दौरे पर आए थे, तब उन्हें बाजरे के प्रोडक्ट के साथ ही यह कुकीज भी सर्व किए गए थे. उन्होंने इसकी सराहना की और इसे अधिक संख्या में बनाकर आमजन तक पहुंचाने की भी बात अपील की थी. 4 फ्लेवर में उपलब्ध हैं बाजरे के कुकीज काजरी द्वारा बनाए गए बाजरे के कुकीज शुरुआत एक फ्लेवर से हुई थी. अब 4 फ्लेवर के साथ बाजरे की कुकीज तैयार हो रहे हैं. इसमें नमकीन, जीरा, अजवाइन और मीठे कुकीज शामिल हैं. मीठे कुकीज में तिल और नारियल का वेरिएंट उपलब्ध है, जो कि बच्चों को खूब भा रहा है. यहां मिलेंगे यह कुकीज केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान द्वारा विकसित किए गए कुकीज आमजन को शास्त्री नगर स्थित काजरी के मुख्यालय में बने काउंटर पर उपलब्ध हैं. आप कार्यालय में सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक बाजरे के कुकीज खरीद सकते हैं. अगर कीमत की बात करें तो 250 ग्राम कुकीज का पैकेट 50 रुपए में मिलता है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Health benefit, Jodhpur News, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : November 03, 2022, 13:22 IST