राजस्थान के गांव से लूटी मूर्ति न्यूयॉर्क के म्यूजियम में टंग गई आ रही वापस

Jaipur News: राजस्थान के गांव से सालों पहले चोरी की गई मूर्ति वापस आ रही है. यह साल 1960 के दशक में भारत से चोरी की गई थी. जिसके बाद यह अमेरिका के न्यूयॉर्क के म्यूजियम में टांग दी गई थी. अब अमेरिका मूर्ति को वापस भेज रहा है.

राजस्थान के गांव से लूटी मूर्ति न्यूयॉर्क के म्यूजियम में टंग गई आ रही वापस
जयपुरः राजस्थान के एक गांव से साल 1960 के दशक चुराई गई मूर्ति अमेरिका तक जा पहुंची. इतना ही नहीं बल्कि न्यूयॉर्क के म्यूजियम में भी टांग दी गई. अब भारत की विरासत को अमेरिका ने लौटा दिया है. अमेरिका ने भारत की 1400 से अधिक विरासतों को वापस किया. जिनमें मध्यप्रदेश से 1980 के दशक में चुरायी गई बलुआ पत्थर की मूर्ति और 1960 के दशक में राजस्थान से चुरायी गई मूर्ति शामिल है. बताया जा रहा है कि इन पुरावशेष का कुल मूल्य एक करोड़ अमेरिकी डॉलर है. सीएनएन की खबर के मुताबिक, अमेरिका के न्यूयॉर्क के मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के ऑफिस में बुधवार को भारत से लूटी गई कलाकृतियां लौटाई हैं. दरअसल, अमेरिका ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से चुराई गई कलाकृतियों को वापस देने की पहल शुरू की है. इसी के तहत भारत को 10 मिलियन डॉलर मूल्य की 1,400 से अधिक लूटी गई कलाकृतियां लौटाई गई हैं. बरामद की गई तस्करी की गई चीजों में वे वस्तुएं शामिल हैं, जो हाल ही तक न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में प्रदर्शित की गई थीं. इनमें एक दिव्य नर्तकी की बलुआ पत्थर की मूर्ति भी शामिल है. जिसे मध्य प्रदेश से चोरी किया गया था. जिसकी तस्करी लंदन की गई थी. फिर उसे मेट के संरक्षकों में से एक को अवैध रूप से बेचकर म्यूजियम को दान कर दिया गया था. यह भी पढ़ेंः बेटे के लिए हैवान बना पिता! खेल-खेल में भिड़ गए बच्चे, 5 रुपए लेकर गायब हो गया मासूम बता दें कि, भारत से चुरायी गई 600 से ज्यादा प्राचीन वस्तुओं को अगले कुछ महीनों में भारत वापस भेजा जाएगा. मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन एल ब्रैग जूनियर के एक बयान के मुताबिक इन वस्तुओं को एक समारोह में लौटाया गया. जिसमें यहां भारत के महावाणिज्य दूतावास के मनीष कुल्हारी और न्यूयॉर्क सांस्कृतिक संपत्ति, कला और पुरावशेष समूह की होमलैंड सुरक्षा जांच की समूह पर्यवेक्षक एलेक्जेंड्रा डीअर्मास मौजूद भी थे. ब्रैग ने एक बयान में कहा कि इस कार्यक्रम में कम से कम 1,440 पुरावशेष भारत को लौटाये गए. जिनका कुल मूल्य एक करोड़ अमेरिकी डॉलर है. मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के कार्यालय ने कहा कि यह सब लूटपाट के मामलों की जांच का नतीजा है. कुछ मामलों में नैन्सी वीनर और सुभाष कपूर जैसे तस्कर भी शामिल थे. जिन्हें मिलियन डॉलर की लूटपाट करने वाले नेटवर्क को चलाने के लिए 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. संघीय होमलैंड सुरक्षा जांच के न्यूयॉर्क प्रभारी विशेष एजेंट विलियम वॉकर ने कहा कि आज की वापसी इतिहास के कुख्यात तस्करों के जांच के मामलों में जीत का प्रतीक है. गौरतलब है कि, बुधवार को न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में एक समारोह में इस वस्तुओं को वापस किया गया. Tags: Jaipur news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : November 17, 2024, 08:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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