राजस्थान में कौन ले रहा है खाद्य पदार्थों के नमूने जानें क्या है गड़बड़झाला

Rajasthan News : राजस्थान में खाद्य सुरक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा 2022 के अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों ने आज प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया. उनका आरोप है कि चार महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें नियुक्ति नहीं दी जा रही है. खाद्य सुरक्षा विभाग के हालात ये हैं कि वहां खाद्य सुरक्षा अधिकारी की जगह लैब टैक्निशियन, कनिष्ठ सहायक और रेडियोग्राफर सेंपल लेने की कार्रवाई कर रहे हैं.

राजस्थान में कौन ले रहा है खाद्य पदार्थों के नमूने जानें क्या है गड़बड़झाला
जयपुर. राजस्थान में खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाइयों के दौरान सेम्पल लेने की कार्रवाई कौन रहा है खाद्य सुरक्षा अधिकारी या फिर कोई और. खाद्य सुरक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा 2022 के अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों की मानें तो यह कार्रवाई डेपुटेशन रखे गए कर्मचारी ले रहे हैं न कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि उनकी दस्तावेज सत्यापन समेत तमाम प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन उन्हें नियुक्ति नहीं दी जा रही है. नौकरी के उम्मीद में हो रही देरी पर देरी से खाद्य सुरक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा 2022 के अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है. दस्तावेज सत्यापन समेत तमाम प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी नियुक्ति नहीं देने पर अभ्यर्थियों ने ना सिर्फ प्रदर्शन किया बल्कि विभाग में डेपुटेशन पर कार्यरत कार्मिकों पर भर्ती में अंडगा लगाने का आरोप भी लगाया. खाद्य सुरक्षा अधिकारी भर्ती के अभ्यर्थियों ने एक तरफ जहां राज्य सरकार से ऐसे कार्मिकों पर कार्रवाई करने के साथ ही कोर्ट में एजी के जरिए पैरवी करवाने की मांग भी की है. विभाग में एक बार भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है उनका आरोप है कि साल 2006 में एफएसएसओ एक्ट आने के बाद से अब तक विभाग में एक बार भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. साल 2019 में फूड सेफ्टी ऑफिसर के 98 पदों पर भर्ती शुरू तो हुई लेकिन मामला कोर्ट में जाने से अटक गया. इसी तरह साल 2022 में फूड सेफ्टी ऑफिसर के 200 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई. इस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन हुए. पुलिस वैरिफिकेशन भी हो गया. लेकिन फिर से मामला कोर्ट में चल गया है. 98 कर्मचारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर डेपुटेशन पर कार्यरत हैं चयनित अभ्यर्थियों का आरोप है कि वर्तमान में राज्य सरकार एक भी नियमित खाद्य सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति नहीं कर पाई है. प्रदेश में 98 दूसरी कर्मचारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर डेपुटेशन पर कार्यरत हैं. लैब टैक्निशियन, कनिष्ठ सहायक और रेडियोग्राफर जैसे संवर्गो के कर्मचारी डेपुटेशन पर लगे हुए हैं. ये ही कर्मचारी कार्रवाइयों के दौरान सेम्पल ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस पद पर शैक्षणिक योग्यता के साथ ट्रेंनिग का भी प्रावधान रखा गया है. लेकिन ट्रेनिंग हमेशा भर्ती के बाद विभाग की ओर से कराई जाती है. चार महीने से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं अभ्यर्थी आईएएस और आईपीएस के चयनितों की ट्रेनिंग भी बाद में होती है. लेकिन डेपुटेशन पर लगे कर्मचारी जानबूझकर रोक लगवा रहे हैं. राज्य सरकार को बार बार अवगत कराने के बाद भी भर्तियों को रोक लगवाने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है. चार महीने से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे चयनित अभ्यर्थियों का सब्र अब जवाब दे गया है. चयनित अभ्यर्थियों ने आज शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन कर आवाज उठाई. इस साल 10 जून को परिणाम जारी किया गया था चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि एफएसओ-2022 का अंतिम परिणाम इस साल 10 जून को आरपीएससी की ओर से जारी किया गया था. चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि डेपुटेशन वाले कर्मचारियों के बारे में मुख्य सचिव से लेकर सभी अधिकारियों को शिकायतें की जा चुकी हैं. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि डेपुटेशन पर लगे कार्मिकों की सेवा शर्तों के अनुसार उन्हें आरपीएसएसी से नियमित खाद्य सुरक्षा अधिकारी की पोस्टिंग होने तक ही रखा गया था. फैक्ट फाइल 2006 एक्ट आने के बाद से अब तक नहीं हुई भर्ती 2019 में 22 हजार अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था. 300 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया. फिर ये भर्ती प्रक्रिया अधर में लटक गई. साल 2022 में फिर से नई भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई. इस भर्ती परीक्षा में 50 हजार अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा. चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज और पुलिस वैरीफिकेशन हो गया. फिर से डेपुटेशन पर लगे कार्मिकों ने कोर्ट के जरिए स्टे लगाया. Tags: Bhajan Lal Sharma, Jaipur news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 16:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed