65 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका चेतना को अब टूटने लगी ग्रामीणों की उम्मीदें

Kotputli Borewell Incident : कोटपुतली के किरतपुरा इलाके में स्थित बड़ीयाली ढाणी में गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना को 65 घंटे के लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है. चेतना को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम अब प्लान-B पर काम कर रही है.

65 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका चेतना को अब टूटने लगी ग्रामीणों की उम्मीदें
हीरालाल सैन. जयपुर. कोटपुतली इलाके में बोरवेल में गिरी मासूम चेतना को 65 घंटे के लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है. इससे अब उसके परिजनों और ग्रामीणाों की उम्मीदें टूटने लगी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के प्लान B के तहत अभी तक 160 फीट तक की खुदाई की जा चुकी है. अब दूसरी पाईलिंग मशीन से खुदाई की जा रही है. इसके साथ ही रेट माइनर टीम का भी रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग लिया जा रहा है. ऑपरेशन के दौरान जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल बुधवार रात को मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे अधिकारियों से पूरा अपडेट लिया. कोटपुतली के किरतपुरा इलाके में स्थित बड़ीयाली ढाणी में गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना चौधरी को लेकर अब चिंता बढ़ने लगी है. चेतना सोमवार को दोपहर में खेलते-खेलते खुले गहरे बोरवेल में गिर गई थी. उसके बाद शाम को उसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था. लेकिन गुरुवार को सुबह तक उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है. चेतना को बचाने के लिए चलाये जा रहे है रेस्क्यू ऑपरेशन को गुरुवार को सुबह 6 बजे 65 घंटे पूरे हो चुके हैं. जयपुर के अस्‍पतालों के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें… परिजनों और ग्रामीणों की मायूसी लगातार बढ़ती जा रही है चेतना को बचाने के लिए पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तमाम उपाय कर चुकी है. चेतना को बचाने के लिए प्लान-A फेल होने के बाद अब प्लान-B पर काम किया जा रहा है. बीते तीन से पुलिस प्रशासन और रेस्क्यू टीम के साथ ग्रामीण घटनास्थल के आसपास जमे हुए हैं. लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद अब चेतना के परिजनों और ग्रामीणों की उम्मीदें टूटने लगी है. हालांकि प्रशासन उनको ढांढस बंधा रहा है लेकिन उनकी मायूसी लगातार बढ़ती जा रही है. राजस्थान में फिर बड़ा हादसा, 150 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची, जानें कहां हुआ ये सब दूसरी मशीन से 160 फीट तक की खुदाई की जा चुकी है रेस्क्यू ऑपरेशन के प्लान-B के तहत दूसरी पाईलिंग मशीन से बोरवेल के पास खुदाई की जा रही है. यह मशीन 200 फीट तक खुदाई करने में सक्षम है. बुधवार देर रात तक इस मशीन से 160 फीट तक की खुदाई की जा चुकी थी. बीते दिनों दौसा में गहरे बोरवेल में फंसे मासूम आर्यन को बचाने के लिए इसी मशीन को काम लिया गया था. इसके साथ ही हाथ से खुदाई करने के लिए उत्तराखंड से रेट माइनर टीम को भी बुलाया गया है. रेट माइनर टीम हाथ से सुरंग खोदने में माहिर है. उत्तरकाशी टनल हादसे में भी इस टीम ने टनल में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू किया था. Tags: Big accident, Big news, Rescue operationFIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 07:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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