बड़े चाव से खाते हैं लोग यहां कढ़ी कचौरी इसके तेल को देखकर उड़ जाएंगे होश

Alwar News: अलवर के लोग प्रसिद्ध कलाकंद की तर्ज पर यहां कढ़ी कचौरी का भी जमकर आनंद लेते हैं. लेकिन इसके लिए कचौरी को कैसे तेल में फ्राई किया जाता है इसका शायद इनको खाने वालों को भी अंदाजा नहीं है. लेकिन आज उस तेल को देखकर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम दंग रह गई.

बड़े चाव से खाते हैं लोग यहां कढ़ी कचौरी इसके तेल को देखकर उड़ जाएंगे होश
अलवर. कलाकंद के लिए देशभर में प्रसिद्ध अलवर शहर के लोग कढ़ी और कचौरी के भी बेहद दीवाने हैं. अलवर शहर के लोग चटखारे लेकर सुबह से शाम तक कड़ी कचौरी, समोसे और अन्य तली हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं. खासकर सुबह-सुबह नाश्ते के समय यहां के लोगों को इनकी खुशबू उन्हें इनकी दुकानों तथा थड़ियों तक खींचकर ले आती है. लिहाजा इन पर ग्राहकों की अच्छी खास भीड़ जुटी रहती है. लेकिन आज सुबह-सुबह उलटा हो गया. सुबह इन पर ग्राहकों के साथ ही वहां खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई. वहां जिस तरह का तेल का उपयोग किया जा रहा था उसे देखकर टीम के होश उड़ गए. दरअसल राजस्थान में बीते काफी समय से ‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत खाद्य सुरक्षा विभाग लगातार मिलावटी सामान के खिलाफ धरपकड़ अभियान चला रहा है. इसी कड़ी में आज चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अधिकारी डॉक्टर योगेंद्र शर्मा के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम सुबह-सुबह जेल चौराहे पर पहुंच गई. टीम वहां पहुंची तो कढ़ी कचौरी बनाने वालों में हड़कंप मच गया. कई दिनों का जला हुआ तेल मिला टीम ने ठेलों पर उस तेल को देखा जिसमें कचौरी और समोसे फ्राई किए जा रहे थे. कड़ाई का तेल देखकर अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए. कचौरी जिस तेल में फ्राई की जा रही थी वो कई दिनों से जला हुआ था. टीम ने वहां कढ़ी कचौरी के सैंपल लिए. कई दिन पुराना तेल मिलने पर उसका भी सैंपल लिया गया. अधिकारियों के मुताबिक इस तरह के तेल से कैंसर जैसी भयानक बीमारी होने से संभावना रहती है. अलवर शहर में कढ़ी कचोरी का प्रचलन कई बरसों से है अलवर शहर के लोग चटखारे लेकर सुबह से शाम तक कढ़ी कचौरी और समोसे अन्य तली हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं. लेकिन यह गुणवत्ता मानक पर कितना खरा है इसकी जानकारी लोगों को नहीं है. खाद्य विभाग की इस कार्रवाई से कढ़ी कचौरी बनाने वाले वालों से कोई जवाब देने नहीं बना. डॉक्टर योगेंद्र शर्मा ने बताया कि अलवर शहर में कढ़ी कचोरी का प्रचलन कई बरसों से है. अलवर की कढ़ी कचौरी प्रसिद्ध होने के चलते लोग सुबह-सुबह यहां पहुंच जाते हैं. यहां से कढ़ी कचौरी और तेल के नमूने लिए गए हैं. इनको लैब में भिजवाया जाएगा. रिपोर्ट आने के बाद संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. Tags: Alwar News, Food, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 14:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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