19 दिन से नहीं पकड़ा गया कॉलेज में घुसा पैंथर अब कुत्ते पर मच गया बवाल
19 दिन से नहीं पकड़ा गया कॉलेज में घुसा पैंथर अब कुत्ते पर मच गया बवाल
Alwar News : अलवर के राज ऋषि कॉलेज परिसर में घुसा पैंथर 19वें दिन भी पकड़ में नहीं आया है. इस बीच पैंथर को फांसने के लिए उसके पिंजरे में डाला गया मृत कुत्ता अब वन विभाग के गले की फांस बन गया है. जानें क्या है पूरा मामला.
नितिन शर्मा.
अलवर. अलवर के राज ऋषि कॉलेज में 19 दिन से घूम रहा पैंथर अभी तक नहीं पकड़ा गया है. इस बीच पैंथर पर शिकंजा कसने के लिए पिंजरे में लगाए गए मृत डॉगी पर बवाल मच गया है. पैंथर को फंसाने के लिए रख गए मृत डॉगी को लेकर वन्यजीव प्रेमियों ने घोर आपत्ति जताई है. उसके बाद अब वन विभाग बचाव की मुद्रा में आ गया है. पैंथर को फांसने के लिए दो पिंजरों में बकरे बांधे हुए हैं. इससे पहले वन विभाग ने पिंजरों में मुर्गे भी डाले थे. कॉलेज के आसपास करीब चार कॉलोनियां है और काफी आबादी क्षेत्र भी है. उनमें भी में पैंथर की दहशत फैली हुई है.
दरअसल अलवर में जहां ये राजऋषि कॉलेज स्थित है उसके आसपास 50 हेक्टेयर का घना जंगल है. इस जंगल में बड़ी संख्या में जूली फ्लोरा के पेड़ हैं. यहां 19 दिन पहले एक पैंथर आ धमका. कॉलेज परिसर में पैंथर के मूवमेंट से प्रशासन के होश फाख्ता हो गए. पैंथर को पकड़ने के लिए बीते 19 दिन से यहां वन विभाग की टीम ने डेरा डाल रखा है. लेकिन पैंथर को पकड़ा नहीं जा सका है. वन विभाग की टीम उसे पकड़ने के लिए सभी उपाय कर चुकी है लेकिन वह कि पकड़ में नहीं आ रहा.
पैंथर को पकड़ने के लिए तीन पिंजरे लगा रखे हैं
इस पैंथर को पकड़ने के लिए वन विभाग ने अलग-अलग जगहों पर तीन पिंजरे लगा रखे हैं. इनमें से दो बकरे बांधे हुए हैं. वहीं तीसरा बड़ा पिंजरा जयपुर के झालाना से मंगवाया गया है. पैंथर जब बकरों का शिकार करने नहीं आया तो वन विभाग ने उस पिंजरे में दो दिन पहले एक मृत कुत्ता रख दिया. कुत्ता पैंथर का मनपसंद शिकार बताया जाता है. लेकिन पिंजरे में मृत कुत्ता रखे जाने की सूचना मिलते ही वन्य जीव प्रेमी भड़क गए. उन्होंने इस पर घोर आपत्ति जताते हुए वन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
वन्य जीव प्रेमी बोले-मृत कुत्ता संक्रमित हो सकता है
वन विभाग की टीम ने जैसे ही पिंजरे में मृत डॉग डाला तो उसकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और विवाद हो गया. अब वन विभाग के अधिकारी मृत डॉग को पिंजरे में लगाने के सवाल पर बचते हुए नजर आ रहे हैं. वन्यजीव प्रेमियों का कहना है मृत कुत्ता संक्रमित हो सकता है. ऐसे में अगर पैंथर उसे खा लेता है तो वह भी संक्रमण का शिकार हो सकता है. इससे उसकी जान भी जा सकती है.
पैंथर का मूवमेंट ट्रेस हो रहा है लेकिन पकड़ में नहीं आ रहा
अलवर डिवीजन की एसीएफ काव्या बी ने बताया कि 18 दिन से पैंथर पकड़ में नहीं आ रहा था. उसका मूवमेंट भी ट्रेस हो रहा था लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहा था. इसके कारण टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. मंगलवार को शांतिकुंज में एक एक्सीडेंटल कुत्ते को रेस्क्यू टीम ने इसमें रखा. इसके लिए सभी से सहमति ली गई. नगर निगम की स्वीकृति के बाद ही मृत कुत्ता वहां रखा गया था.
एसीएफ ने कहा-यह सही है कि कुत्ते को नहीं रखना चाहिए
उन्होंने कहा कि यह सही है कि कुत्ते को नहीं रखना चाहिए. पैंथर को पकड़ने के लिए पूरी टीम लगी हुई है. अलवर और सरिस्का रेंज के चार कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं. पिंजरे में मीट रखते हैं. झालाना जयपुर से बड़ा पिंजरा मंगाया गया है. उसको भी मंदिर के पास रखा गया है. उसके बाद भी पैंथर उसमें नहीं आया. इसकी एक वजह यह है भी पैंथर नेचुरल हंटिंग पर ज्यादा ध्यान रखता है.
Tags: Big news, Forest department, Wild animalsFIRST PUBLISHED : December 19, 2024, 14:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed