केंद्र सरकार में पोस्टिंग चाहते हैं पंजाब के डीजीपी वीके भावरा नए प्रमुख के लिए लॉबिंग शुरू
केंद्र सरकार में पोस्टिंग चाहते हैं पंजाब के डीजीपी वीके भावरा नए प्रमुख के लिए लॉबिंग शुरू
डीजीपी (जेल) हरप्रीत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव गौरव यादव इस पद के लिए सबसे आगे हैं.सरकार किसी भी डीजीपी-रैंक के अधिकारी को छह महीने तक राज्य बल के प्रमुख के रूप में तैनात कर सकती है.
(एस. सिंह)
चंडीगढ़. पंजाब के डीजीपी वीके भवरा ने केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने की इच्छा जाहिर की है. बताया जा रहा है कि राज्य सरकार को लिखे एक पत्र में उन्होंने केंद्र सरकार की पोस्टिंग के लिए अपनी सहमति जता दी है. उनके इस कदम से पुलिस प्रशासन में अनिश्चिता का माहौल बन गया है. पंजाब में हाल के दिनों में डीजीपी के पद को लेकर काफी राजनीति हो चुकी है. पिछले साल सितंबर से राज्य पहले ही राज्य पुलिस बल के तीन प्रमुखों को देख चुका है. कांग्रेस नेताओं के एक समूह द्वारा कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार गिराने के बाद दिनकर गुप्ता छुट्टी पर चले गए थे. उनके उत्तराधिकारी चरणजीत सिंह चन्नी ने इंद्रप्रीत सिंह सहोता को डीजीपी के रूप में तैनात किया था, लेकिन पार्टी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के दबाव के कारण सहोता को सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था. इस साल जनवरी में वीके भावरा को डीजीपी बनाया गया था.
दि ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक उनके केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की सहमति के बाद राज्य डीजीपी पद के लिए एक बार फिर से लॉबिंग शुरू हो गई है. डीजीपी (जेल) हरप्रीत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव गौरव यादव इस पद के लिए सबसे आगे हैं.सरकार किसी भी डीजीपी-रैंक के अधिकारी को छह महीने तक राज्य बल के प्रमुख के रूप में तैनात कर सकती है. इस दौरान उसे तीन अधिकारियों को शॉर्ट-लिस्ट करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को अधिकारियों का एक पैनल भेजना होगा, जिनमें से एक को राज्य सरकार द्वारा डीजीपी के पद के लिए चुना जाएगा.
राज्य में आपराधिक घटनाओं का है दौर
जानकारों का कहना है कि डीजीपी भावरा अपराध की घटनाओं और राजनीतिक रस्साकशी का सामना करने में खुद को सक्षम नहीं कर पाए हैं, उन्हें बदलना आसान नहीं हो सकता है. एक तर्क यह है कि कोई भी बड़ी घटना फिर से हो सकती है क्योंकि अमेरिका स्थित खालिस्तानी समूहों के अलावा गैंगस्टर और आतंकी संगठन परेशानी पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
उनकी पाकिस्तान स्थित एजेंसियां मदद कर रही हैं जो पंजाब में हथियारों और ड्रग्स की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं.
कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस की हुई है आलोचना
भावरा को कानून-व्यवस्था की समस्याओं को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा है, खासकर मूसेवाला की हत्या को लेकर, जिनकी सुरक्षा घटना से एक दिन पहले वापस ले ली गई थी. इसके अलावा मामले की जांच और अपराधों की रोकथाम में पुलिस को कई शर्मनाक क्षणों का सामना करना पड़ा. उन्हें मूसेवाला की हत्या को गैंगवार से जोड़कर अपने बयान को स्पष्ट करना पड़ा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी |
Tags: PunjabFIRST PUBLISHED : July 01, 2022, 12:53 IST