नदी किनारे उगने वाली घास ने बदल दी इन महिलाओं की किस्मत! बंपर कमा रहीं मुनाफा
नदी किनारे उगने वाली घास ने बदल दी इन महिलाओं की किस्मत! बंपर कमा रहीं मुनाफा
आपको बता दें कि जनपद अमेठी को एक जनपद एक उत्पाद के तहत मूंज के प्रोडक्ट में चुना गया. मूंज के प्रोडक्ट में यहां महिलाएं कई सामान तैयार करती हैं. मूंज नदी किनारे पाई जाने वाली एक घास है.
आदित्य कृष्ण/ अमेठी: कहते हैं कि हुनर हो और मेहनत और लगन से काम करने का जज्बा हो तो रोजगार अपने आप हासिल हो जाता है. अमेठी में महिलाओं का समूह कुछ ऐसा ही कर रहा है. यहां पर महिलाओं के समूह द्वारा मूंज के कई सामान तैयार किए जाते हैं और इस काम से महिलाओं को काफी फायदा होता है. इस काम के जरिए महिलाएं रोजगार से जुड़ी हुई हैं और उन्हें फायदा हो रहा है.
हम बात कर रहे हैं महिला प्रमिला देवी की. जी हां महिला प्रमिला देवी मूंज के समान तैयार करती हैं और वह समूह सखी भी हैं और अब तक इन्होंने अलग-अलग गांव में 50 से अधिक महिलाओं को अपने साथ जोड़ रखा है. सभी महिला उनके साथ जुड़कर समूह में अलग-अलग काम करती हैं, प्रमिला देवी के समूह में मूंज के समान जिसमें कुर्सी मेज दरी टोकरी स्कूल बैग पेन बॉक्स झूमर झालर और अन्य सामान बनाकर तैयार किए जाते. 2010 में मां लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह बनाकर प्रमिला देवी ने अपने सफ़र की शुरुआत की थी . प्रमिला देवी कक्षा 8 तक पढ़ी लिखी हुई हैं.
नदी के किनारे पाई जाने वाली घास है मूंज
आपको बता दें कि जनपद अमेठी को एक जनपद एक उत्पाद के तहत मूंज के प्रोडक्ट में चुना गया. मूंज के प्रोडक्ट में यहां महिलाएं कई सामान तैयार करती हैं. मूंज नदी किनारे पाई जाने वाली एक घास है, जिसे काटकर महिलाएं लाती हैं और फिर उसकी अच्छी सी धुलाई कर उसे सूखाती हैं, फिर उसे कड़ी मेहनत से सामान में तब्दील करती हैं. आपको बता दें कि महिलाओं को इस काम से काफी फायदा होता है. समूह से जुड़ी महिला बताती हैं कि उन्हें इस काम से काफी फायदा हो रहा है. पहले बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और आर्थिक समस्या थी, लेकिन आज महिलाएं इस काम से हजार से 2 हजार रुपए तक कमा ले रही हैं.
आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं महिलाएं
समूह की अध्यक्ष प्रमिला देवी बताती हैं कि पहले महिलाओं को काफी समस्याएं थीं. महिलाएं सिर्फ घर की दहलीज तक ही रह जाती थी, लेकिन आज महिलाएं रोजगार से जुड़ी हुई हैं. हमने अन्य महिलाओं को जागरूक किया और उन्हें समूह में जोड़ने का काम किया है. आगे भी महिलाओं को रोजगार देने के तमाम अवसर हैं, जिन पर काम किया जा रहा है. ज्यादा से ज्यादा हम महिलाओं को रोजगार देंगे.
Tags: Hindi news, Local18, Success StoryFIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 13:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed