जिसे समझा था सपना वो अब हकीकत है गांव वालों को मिला अपना राम मंदिर!
जिसे समझा था सपना वो अब हकीकत है गांव वालों को मिला अपना राम मंदिर!
Bihar Bridge Construction : हिंदी फिल्म का एक गीत है- "मांझी नैया ढूंढे किनारा, कभी ना कभी कहीं ना कहीं मिलेगा किनारा"... हमारे लिये तो अयोध्या के राम मंदिर जैसा ही है. समस्तीपुर के रुपौली गांव के लोगों का तो यही मानना है. वे कह रहे हैं यहां पुल मिलने के बाद मानो एक किनारा मिल गया है. यहां के लोगबरसों से जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे और जीवन की रफ्तार नदी की तेज धार में फंसी दिखती थी, मगर अब वह रफ्तार विकास से जुड़ गया है.