कभी घंटों नदी किनारे बैठकर देखते थे पानी आज चला रहे हैं जल संरक्षण की मुहिम
कभी घंटों नदी किनारे बैठकर देखते थे पानी आज चला रहे हैं जल संरक्षण की मुहिम
आलोक शुक्ला बताते हैं कि वह बचपन से सई नदी के तट पर बैठकर जलधारा को देखते थे और जब वापस घर आते थे, तो जल के संकट को देखते थे. तभी से उन्होंने जल संरक्षण करने का अपने मन मे ठान लिया.
रजनीश यादव /प्रयागराज: दुनिया में बढ़ते वैश्विक तपन के कारण लगातार पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन देखने को मिल रहा है. जिसका एक मुख्य कारण है कि जहां कभी खूब बारिश होती थी, वहां अब वर्षा का अभाव देखा जाता है. वहीं खाड़ी देशों में जहां कभी-कभी बारिश होती है, वहां वर्षा के कारण बाढ़ आ रही है.
बढ़ते वैश्विक तपन के कारण ही लगातार पृथ्वी का भूगर्भ जलस्तर नीचे जा रहा है. पीने योग्य पानी का अभाव होता जा रहा है. यही कारण है कि इस समय अधिकतर मानव पानी खरीद कर पी रहे हैं. ऐसे में जल का संरक्षण करना बेहद जरूरी हो जाता है. इसी जल संकट को देखते हुए जल संरक्षण की मुहिम शुरू किए हैं प्रयागराज के आलोक शुक्ला.
बचपन की घटना से हुए मोटिवेट, शुरू किया जल संरक्षण
जल संरक्षण की मुहिम चलाने वाले आलोक शुक्ला की कहानी गजब की है. वह बचपन में नदी के किनारे जाकर बैठा करते थे. लेकिन जब घर आते थे, तो पीने के पानी का संकट देखते थे. उन्हें बहुत खराब लगता था. लगातार गिरते जलस्तर को देखते हुए उन्होंने संकल्प लिया कि अब पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है. पानी का हमारे जीवन में कितना महत्व है यह लोगों को बताएंगे.
आलोक शुक्ला बताते हैं कि हमारे आसपास पानी तो बहुत दिखता है, लेकिन पीने योग्य कितना पानी है यह काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. हालिया रिपोर्ट में मात्र एक प्रतिशत पानी धरातल में है, जो पीने योग्य बचा है. यही कारण है कि आज आदमी नलकूप का पानी न पीकर बोतल के पानी पर निर्भर हो गया है.
ऐसे करते हैं जल संरक्षण
आलोक शुक्ला बताते हैं कि हमको वर्षा के जल का संरक्षण करना चाहिए. इसके लिए लोगों को अपने घर के नीचे एक छोटा था तालाब बनवा लेना चाहिए. आलोक शुक्ला के द्वारा बनाया गया युवा सामाजिक सेवा संस्थान 2019 से लगातार शहर में काम कर रहा है. जलकल विभाग से मिलकर यह शहर को जल की समस्याओं से निजात दिलाता है.
400 टोटी एवं 20 प्याऊ लगवाए
इनकी संस्थान में 20 लोग कार्य करते हैं. जैसे ही उनको सूचना मिलती है कि यहां पर पानी गिर रहा है, यह टीम तुरंत जाकर वहां उसको ठीक करती है. इनके संस्थान की ओर से पिछले दो दिनों में कई मोहल्ले में जाकर 400 नई टोटियां लगाई गईं, जहां दिन भर पानी बहता था. वहीं बढ़ती गर्मी को देखकर मंफोर्डगंज, तेलियरगंज, कटरा यूनिवर्सिटी चौराहे पर प्याऊ की व्यवस्था कराई गई. जहां पानी के 40 घड़े भी रखवाए गए हैं.
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Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 16:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed