संगम में बालू का शिवलिंग बना रहे प्रेमी-प्रेमिका जलस्तर से बढ़ी सुंदरता

गंगा जमुना के बढ़ते जल स्तर से प्रयागराज की लोगों का वह श्रद्धालु एवं पर्यटकों का मिजाज बदल गया है. वह प्रयागराज में गंगा एवं यमुना के किनारे शाम के समय में सैर सपाटा करने एवं पिकनिक मनाने निकाल दे रहे हैं. यहाँ की खूबसूरती का दीवाना यहां आने वाला हर व्यक्ति हो गया है.

संगम में बालू का शिवलिंग बना रहे प्रेमी-प्रेमिका जलस्तर से बढ़ी सुंदरता
रजनीश यादव/ प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज आस्था की नगरी और  प्रमुख तीर्थ स्थल एवं धर्म की नगरी के नाम से जाना जाता है. वहीं, अब यही प्रयागराज पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन गया है. यहां देश-विदेश के श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में पर्यटन करने आ रहे हैं. यहां गंगा यमुना के बढ़ते जलस्तर से तटीय इलाकों में भारी परेशानी देखने को मिलती है. वहीं, अब संगम नगरी में लोग पर्यटन के लिए भी पहुंच रहे हैं. संगम में बढ़ते जलस्तर से मंत्र मुग्ध हो जाएंगे  प्रयागराज में गंगा-यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के मिलने से पवित्र संगम का निर्माण हुआ है. जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्नान कर खुद को पवित्र करने आते हैं, लेकिन प्रयागराज संगम की बढ़ती सुंदरता ने ना केवल श्रद्धालुओं की बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को भी खूब आकर्षित कर रहा है. वहीं, वर्तमान में गंगा एवं यमुना का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रहा है. इससे प्रयागराज का संगम लगातार बड़े हनुमान मंदिर के करीब आता जा रहा है. जिससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है. वहीं, संगम के इन प्रमुख घाटों पर साफ-सफाई होने की वजह से एवं रंग बिरंगे नाव के ऊपर आ जाने से जलस्तर ने संगम में चार चांद लगा दिया है. इन घाटों पर हो रही भारी भीड़ गंगा एवं यमुना के किनारे दर्जनों घाट हैं, लेकिन सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की भीड़ नाग वासुकी घाट, रामघाट, त्रिवेणी घाट एवं संगम घाट पर हो रही है, लेकिन संगम घाट पर सुबह से लेकर रात में 8:00 बजे तक इस बढ़ती गंगा के जलस्तर का लोग खूब इंजॉय कर रहे हैं. यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक बोटिंग करते हुए मिल जाएंगे, तो वहीं, डुबकी लगाने वालों की संख्या में भी कोई कमी नहीं देखने को मिलती है. संगम पर रंग-बिरंगे नव एवं उसे पर लगे पटाखे भी लोगों को खूब रोमांचित कर रहे हैं. बीच मे दिख रहा टीला गंगा नदी में अभी जलस्तर इतना भी नहीं बढ़ गया है कि पूरा तटीय इलाका डूब जाए. इसीलिए गंगा के बीच में बड़े-बड़े दो टीले दिख रहे हैं. जहां पर लोग नाव से जा रहे हैं और बालू के छोटे-छोटे मंदिरों का शिवलिंग का निर्माण कर रहे हैं. वहीं, इस टीले पर प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे के लिए प्यार की निशानी बनाते हुए भी दिख जाएंगे. Tags: Allahabad news, Local18, Prayagraj Latest News, Prayagraj News, Prayagraj News TodayFIRST PUBLISHED : July 19, 2024, 11:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed