नवंबर तक में कुछ इस तरह से दिखेगा भारद्वाज कॉरिडोर 70 फीसदी काम हुआ पूरा
नवंबर तक में कुछ इस तरह से दिखेगा भारद्वाज कॉरिडोर 70 फीसदी काम हुआ पूरा
प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर तैयारी परवान पर है. इस बार यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था की जा रही है. महाकुंभ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में विशेष कॉरिडोर भी बनाए जा रहे हैं. प्रयागराज में बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, अक्षय वट कॉरिडोर, एलोपी देवी कॉरिडोर एवं भारद्वाज मुनि कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है.
प्रयागराज. आस्था की नगरी प्रयागराज में प्रत्येक 12 वर्ष पर विशाल महाकुंभ का आयोजन होता है. भारत में मात्र चार प्रमुख तीर्थ स्थानों पर महाकुंभ का आयोजन होता है. जिसमें प्रयागराज के अलावा हरिद्वार, नासिक एवं उज्जैन शामिल है. लेकिन, प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ की झलक अन्य जगहों से अलग होती है.
यही वजह है कि इन दोनों प्रयागराज में बड़े स्तर पर जहां प्राचीन देवी-देवताओं की मंदिरों का जिर्नोद्धार किया जा रहा है. महाकुंभ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में विशेष कॉरिडोर भी बनाए जा रहे हैं.
नवंबर तक कार्य हो जाएगा पूरा
त्रेता युग के महान ऋषि महर्षि भारद्वाज जिनका आश्रम गंगा के किनारे हुआ करता था. जिन्होंने अयोध्या से वनवास जा रहे भगवान राम को चित्रकूट में अपना आश्रम बनाने की सलाह दी थी. इस महर्षि का आश्रम आज भी प्रयागराज में मौजूद है जिसको प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से एक कॉरिडोर में तब्दील किया जा रहा है ताकि यहां पर आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को एक ही बार में मंदिर में प्रवेश करने के उपरांत इस पवित्र स्थल में मौजूद सभी देवी-देवताओं एवं ऋषि मुनियों के दर्शन हो सके. वर्तमान में प्रयागराज में बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, अक्षय वट कॉरिडोर, एलोपी देवी कॉरिडोर एवं भारद्वाज मुनि कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है.
श्रद्धालुओं के लिए तैयार हो रहा है कॉरिडेार
भारद्वाज आश्रम अपनी प्राचीनता की वजह से भारत ही नहीं दुनिया भर में जाना जाता है. महर्षि भारद्वाज को ना केवल एक महर्षि के रूप में बल्कि दुनिया में प्रथम वैज्ञानिक के रूप में भी मान्यता है. विद्वत परिषद के अनुसार भगवान राम जिस पुष्पक विमान से रावण का वध करके अयोध्या वापस लौट रहे थे. इसका निर्माण इसी मुनि ने किया था. वही स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महर्षि भारद्वाज के काफी प्रयोग मिलते हैं. इस कॉरिडोर में महर्षि भारद्वाज का आश्रम, माता अनुसूया का मंदिर, अति प्राचीन श्री राम जानकी मंदिर, मां काली मंदिर, देवी दुर्गा का मंदिर एवं अन्य प्रमुख ऋषि मुनियों के आश्रम एवं मंदिर मौजूद हैं.
नवंबर तक में पूरा हो जाएगा इस पार्क का काम
सीएंडडीएस के वरिष्ठ स्थानिक अभियंता विनय शुक्ला ने लोकल 18 को बताया कि इस कॉरिडोर के माध्यम से इन सभी प्रमुख मंदिरों को एक साथ जोड़ा जा रहा है. ताकि प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को इधर-उधर भटकना न पड़े और एक ही बार में सभी देवी-देवताओं की आसानी से दर्शन भी हो सके. इसके निर्माण के लिए तराशे हुए पत्थरों से दीवार का निर्माणकिया जा रहा है. वहीं इन मंदिरों की दीवार पर शानदार डिजाइन वाले चित्र को भी बनाया जा रहा है. यह यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण के प्रमुख केंद्र होंगे. भारद्वाज पार्क का निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. अभी तक आधे से ज्यादा काम हो चुका है.
Tags: Kumbh Mela, Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 15:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed