जज भगवान नहीं माई लॉर्ड नहीं कहेंगे बगावत पर क्यों उतरे HC के वकील
जज भगवान नहीं माई लॉर्ड नहीं कहेंगे बगावत पर क्यों उतरे HC के वकील
Allahabad High Court: इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील अब जजेज को माई लार्ड या योर लॉर्डशिप कहकर संबोधित नहीं करेंगे। बार एसोसिएशन की बैठक में इस बाबत फैसला लिया गया. एसोसिएशन की तरफ से कहा गया कि जजेज कोई भगवान नहीं है, बल्कि एक पब्लिक सर्वेंट हैं.
हाइलाइट्स इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील अब जजेज को माई लार्ड या योर लॉर्डशिप कहकर संबोधित नहीं करेंगे जजों के संबोधन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से यह बड़ा फैसला लिया गया
प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील अब जजेज को माई लार्ड या योर लॉर्डशिप कहकर संबोधित नहीं करेंगे. जजों के संबोधन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से यह बड़ा फैसला लिया गया. इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इस संबंध में रेजोल्यूशन पास किया है. अब माई लॉर्ड या योर लॉर्डशिप की जगह सर, योर ऑनर या फिर माननीय कहा जाएगा. रेजोल्यूशन में कहा गया है कि जजेज कतई भगवान नहीं है, इसलिए उन्हें माई लॉर्ड या योर लार्डशिप कहा जाना उचित नहीं है.
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि हाईकोर्ट न्याय का मंदिर नहीं है, बल्कि इंसाफ देने का न्यायालय है. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि हाईकोर्ट के जजेज भगवान नहीं बल्कि पब्लिक सर्वेंट हैं. जजेज को जनता के टैक्स से जमा हुए सरकारी कोष से तनख्वाह दी जाती है. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि देश के मुख्य न्यायाधीश ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में कहा था कि जजेज को खुद को भगवान नहीं समझना चाहिए. प्रस्ताव में कहा गया कि चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया की भावनाओं का सम्मान करते हुए भी जजेज को माई लॉर्ड या योर लॉर्डशिप नहीं कहने का फैसला लिया गया है.
शुक्रवार को भी वकीलों ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया
बार एसोसिएशन की बैठक में पिछले दो दिनों से चल रही हड़ताल को आगे भी जारी रखने का फैसला किया गया है. शुक्रवार को भी वकीलों ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया. बैठक में यह भी तय किया गया कि बार एसोसिएशन के हड़ताल के ऐलान के बावजूद जो वकील अदालत में पेश हुए थे, या उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बहस की थी, उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी. ऐसे वकीलों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा और उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जाएगी. इसके अलावा उन्हें दोबारा सदस्यता भी नहीं दी जाएगी. बार एसोसिएशन ने हड़ताल में भी काम करने वाले कई वकीलों की पहचान कर उन्हें नोटिस जारी किया है.
आरोप है कि अदालतो में वकीलों के साथ दुर्व्यवहार
अध्यक्ष अनिल तिवारी की अध्यक्षता में हुई बार एसोसिएशन की बैठक में रेजोल्यूशन सभी पारित किए गए. अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार से ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील हड़ताल पर हैं. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का आरोप है कि अदालतो में वकीलों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और उन्हें अपमानित किया जाता है. मुकदमों की लिस्टिंग से लेकर सुनवाई तक में मनमानी की जाती है.
Tags: Allahabad high court, UP latest newsFIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 15:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed