कमाल के डॉक्टरन नब्ज़ देखी न लगाया आला बीमारी का नाम जान लिख देते हैं दवा

मरीजों का आरोप है कि जेएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में डॉक्टर इलाज के नाम पर मरीज को बामुश्किल दो मिनट का ही वक्त देते हैं. बस मरीज से बीमारी पूछी और दवाएं लिख कर पर्चा थमा देते हैं. मरीज की न तो नब्ज देखते और न ही आला लगाकर जांच करते हैं

कमाल के डॉक्टरन नब्ज़ देखी न लगाया आला बीमारी का नाम जान लिख देते हैं दवा
अलीगढ़. जब आप खुद या कोई अपना कोई बीमार हो और डॉक्टर को अपनी बीमारी दिखाने जाते हैं लेकिन डॉक्टर समय ना दे तो दिल को तसल्ली नहीं मिलती. आम तौर पर सरकारी अस्पतालों में ऐसा नजारा आम होता है. जहां डॉक्टर मरीजों को ठीक से समय नहीं देते. ऐसा ही कुछ नजारा अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज मे देखने को मिल रहा है. जहां मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में डॉक्टर इलाज के नाम पर मरीज को बामुश्किल दो मिनट का ही वक्त देते हैं. मरीजों का आरोप है कि जेएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में डॉक्टर इलाज के नाम पर मरीज को बामुश्किल दो मिनट का ही वक्त देते हैं. बस मरीज से बीमारी पूछी और दवाएं लिख कर पर्चा थमा देते हैं. मरीज की न तो नब्ज देखते और न ही आला लगाकर जांच करते हैं. ऐसे में मरीज जब कक्ष से बाहर आता है तो उसकी जुबां पर यही बात होती है कि डॉक्टर ने पूरी बात सुनी ही नहीं, बस मर्ज पूछा और दवा लिख कर दे दी. ओपीडी में आते हैं 6000 मरीज आंकड़ों के अनुसार, जेएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में सोमवार से शनिवार तक रोजाना 6000 मरीज आते हैं, लेकिन डॉक्टर सिर्फ 5000 मरीजों को देख पाते हैं. मरीजों की लंबी कतार लगी होने के कारण एक डॉक्टर एक मरीज को बामुश्किल से दो मिनट ही दे पाता है. मेडिकल कॉलेज में करीब 200 डॉक्टर है ऐसे में अलीगढ़ सहित आसपास जिलों से आने वाले हजारों मरीजों का सही तरीके से इलाज करना मुश्किल होता है. डॉक्टर नहीं देते मरीजों को समय मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में इलाज कराने आई रितु शर्मा बताती है कि डॉक्टर को दिखाने आए थे, लेकिन केवल एक-दो मिनट देखा और दवाएं लिख दीं. मैं कुछ बताती, इससे पहले बोला फिर आना. यहां मरीजों को ऐसे ही चक्कर लगाने पड़ते हैं. हम परेशान लोगों की कोई सुनने को तैयार नहीं है. वहीं, खुर्जा से मोहित ने कहा कि डॉक्टर को पूरी बात नहीं बता पाते हैं. डॉक्टर सिर्फ बीमारी का पूछकर दवाएं लिख देते हैं. पूरी बात मेरी सुनें तो मुझे तसल्ली हो जाए. लेकिन ऐसा समय के आभाव के कारण हो नहीं पाया. सुपरिटेंडेंट ने नहीं दिया जवाब जब इस बारे में जेएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन से मरीजों की समस्या के बारें में बात करने की कोशिश की गई तो मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट मीडिया से बचते नजर आए. और हमारे सवालों का कोई भी जवाब देने से साफ इनकार कर दिया. Tags: Aligarh news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 15:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed