इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इस कुएं का है गजब इतिहास दी ये दिग्गज हस्तियां

Allahabad University Ancient Well: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की स्थापना 1887 ईस्वी में हुई थी और उसी समय से यहां एक कुआं है. इस कुएं ने लंबे समय तक लोगों की प्यास बुझाई और यह कई चीजों का गवाह है. इस कुएं पर बैठकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य के कई पुरोधा निकले जिनमें हरिवंश राय बच्चन और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जैसे महान दिग्गज शामिल हैं.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इस कुएं का है गजब इतिहास दी ये दिग्गज हस्तियां
रजनीश यादव/प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय देश के प्राचीन विश्वविद्यालय में शामिल है. इसकी स्थापना पहले तो मयो कॉलेज के रूप में हुई थी लेकिन, मदन मोहन मालवीय के प्रयासों से इसे विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ. इसका हमेशा से गौरवशाली इतिहास रहा है. देश के लिए अपने अभूतपूर्व योगदान के चलते इसे भारत में पूर्व का ऑक्सफोर्ड भी कहा जाता है. इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रांगण में कई प्राचीन साक्ष्य भी मौजूद हैं जो आजादी की लड़ाई के साथ हिंदी साहित्य के प्रभाव को भी दिखाते हैं. यहां स्थित है ऐतिहासिक कुआं इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कला संकाय के हिंदी विभाग के पीछे और संस्कृति विभाग के सामने विश्वविद्यालय की एक प्राचीन धरोहर ऐतिहासिक कुआं स्थित है. इस कुएं का इतिहास गजब का है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ प्रो प्रोफेसर जया कपूर बताती हैं कि जब से इलाहाबाद विश्वविद्यालय है तब से यह कुआं लोगों की प्यास बुझा रहा था. हिंदी साहित्य के विकास में भी इस कुएं का गजब का योगदान है. इसी कुएं पर बैठकर हिंदी साहित्य के पुरोधा अपने काव्य और गद्य का लेखन कार्य करते थे. जय कपूर बताती हैं कि हरिवंश राय बच्चन जैसे महान काव्य लेखक अपने दिनों में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इस ऐतिहासिक कुएं की दीवार पर बैठकर काव्य पाठ किया करते थे. छात्र संघ से भी जुड़ा रहा है यह कुआं इस ऐतिहासिक कुएं का संबंध इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों से भी है. जब इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव पहले दौर में हुआ करते तो नए छात्र संघ भवन का निर्माण नहीं हुआ था. उस समय यही कुआं छात्रों के चर्चा का केंद्र स्थल हुआ करता था. यहीं बैठकर वह अपने चुनाव से संबंधित योजना बनाते थे. इसके अलावा इस कुएं का सबसे बड़ा योगदान छात्र संघ चुनाव से पहले हो रहे दक्षता भाषण से था जहां पर खड़े होकर छात्र नेता छात्रों से अपनी दक्षता की प्रस्तुति देते थे. यहीं से अपने दक्षता भाषण के द्वारा छात्र नेता इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों को मोटिवेट करते थे. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 20:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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