क्यों चर्चा में है लखीसराय का गौरीशंकर मंदिर जानें क्या है विवाद
क्यों चर्चा में है लखीसराय का गौरीशंकर मंदिर जानें क्या है विवाद
Lakhisarai News: महादलित परिवार के लोग बताते हैं कि पूजा-पाठ के लिए बाहर जाना पड़ता है, जबकि मंदिर की साफ-सफाई वही लोग करते हैं. इसके बावजूद उन्हें पूजा-पाठ नहीं करने दिया जाता है. दूसरी तरफ ग्रामीणों की दलील है कि यह व्यवस्था पूर्वजों के समय से चली आ रही है, इसलिए मंदिर के प्रवेश पर रोक लगा हुआ है.
सूरजगढ़ा (लखीसराय). बिहार के लखीसराय जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जिले के एक मंदिर में कथित तौर पर महादलित समुदाय के लोगों को प्रवेश न देने का मामला समाने आया है. इससे जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है और मामले की छानीबन कराने की बात कही जा रही है. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि पहले इस मसले को सामाजिक स्तर पर बातचीत के जरिये सुलझाने का प्रयास किया जाएगा. वहीं, स्थानीय थाना और सूर्यगढ़ा प्रखंड के पदाधिकारियों से इस बाबत रिपोर्ट भी तलब करने की बात कही गई है.
लखीसराय जिले का एक ऐसा गांव है, जहां मंदिर में वर्षों से महादलित समुदाय के परिवारों के प्रवेश पर रोक लगी है. यह गांव है सूर्यगढ़ा प्रखंड का कटेहर. कटेहर में ही सुप्रसिद्ध गौरीशंकर धाम मंदिर स्थित है. बताया जाता है कि इस मंदिर में महादलित परिवार के प्रवेश पर रोक है. महादलित परिवार के लोगों का आरोप है कि वो छोटी जाति से आते हैं, इसलिए छूआछूत छुआछुत के तहत भेदभाव किया जाता है. इन लोगों ने बताया कि शादी में भी विधि-विधान के लिए मंदिर में प्रवेश नहीं मिलता है.
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महादलित परिवार के लोग बताते हैं कि पूजा-पाठ के लिए बाहर जाना पड़ता है, जबकि मंदिर की साफ-सफाई वही लोग करते हैं. इसके बावजूद उन्हें पूजा-पाठ नहीं करने दिया जाता है. दूसरी तरफ ग्रामीणों की दलील है कि यह व्यवस्था पूर्वजों के समय से चलता आ रहा है, इसलिए मंदिर के प्रवेश पर रोक लगा हुआ है. हालांकि इस पूरे मामले पर SDM संजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
SDM संजय कुमार ने बताया कि उन्हें भी इस मामले की सूचना मिली है. एसडीएम ने कहा, ‘इस मामले पर स्थानीय पदाधिकारियों और थानाध्यक्ष से वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी गई है. इसके बाद यदि सामाजिक स्तर पर बैठक कर इस मामले को सुलझाना होगा तो वह किया जाएगा. स्थानीय पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की जाएगी. इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया जाएगा और उनके दिशा-निर्देश के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.’ एसडीएम ने बताया कि मंदिर यदि सार्वजनिक है तो सभी को उसमें पूजा करने का अधिकार है.
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Tags: Bihar NewsFIRST PUBLISHED : August 05, 2022, 09:44 IST