अंबेडकर प्रतिमा को 51 किलो दूध से धोया तो बोले चिराग-इस मानसिकता के खिलाफ हम

Bihar Lok Sabha Chunav 2024: बिहार की राजनीति में हाल में एक चर्चा तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के हेलीकॉप्टर में मछली और नारंगी खाने की खूब रही थी. धर्म की राजनीति हुई और जात-पात की बात हुई. अब एक मामला वैशाली से आया है जहां छुआछूत का मामला सामने आया है. चिराग पासवान के डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा को प्रणाम किए जाने के बाद उसे दूध से धोया गया जिसको लेकर सियासी बवाल बढ़ गया है.

अंबेडकर प्रतिमा को 51 किलो दूध से धोया तो बोले चिराग-इस मानसिकता के खिलाफ हम
हाइलाइट्स मीट, मछली, संतरे और जात पात के बाद अब छुआछूत तक पहुंची बिहार की राजनीति. चिराग पासवान के बाबा साहेब भीम राव अंबेडर की प्रतिमा को प्रणाम करने पर सियासत. वैशाली में पासवान समाज के कुछ युवकों ने 51 किलो दूध से धोई बाबा साहेब की प्रतिमा. हाजीपुर. खबर वैशाली से है जहां चिराग पासवान के नॉमिनेशन करने के दौरान अंबेडकर की प्रतिमा को प्रणाम करने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है. बता दें कि चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की प्रतिमा से रोड शो करते हुए समाहरणालय तक नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे. इस दौरान शहर के अनवरपुर चौक पर स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा को चिराग ने प्रणाम किया और आगे बढ़ गए. लेकिन, चिराग पासवान के जाते ही पासवान और दलित समाज के लोगो ने 51 किलो दूध और पानी से बाबा साहेब की प्रतिमा को धो दिया. बताया जा रहा है कि ये लोग एक पार्टी विशेष से जुड़े हैं. इस ग्रुप में शामिल लोगों में शामिल छोटे पासवान ने आरोप लगाया कि चिराग पासवान आरक्षण विरोधी भाजपा के साथ है, इसलिए चिराग द्वारा बाबा साहेब की प्रतिमा को छूते ही बाबा साहेब अछूत हो गए हैं, इसलिए बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को दूध से धोकर शुद्धिकरण किया है. उन्होंने कहा कि दलित होते हुए भी चिराग दलित विरोधी है. दलित का चोला पहनकर वो दलित आरक्षण का विरोध कर रहे हैं. ग्रुप में शामिल लोगों ने कहा कि चिराग पासवान दलितों के आरक्षण को समाप्त कर देने की बात करते हैं. केंद्र सरकार की ओर से दलितों के आरक्षण को समाप्त कर देने की बात कही जा रही है तो चिराग पासवान कुछ नहीं बोल रहे हैं. इससे जाहिर होता है कि चिराग पासवान दलितों के आरक्षण को समाप्त करने के पक्ष में हैं. दूसरी ओर इसको लेकर चिराग पासवान ने भी करारा जवाब देते हुए कहा है कि वे इसी तरह की मानसिकता के खिलाफ हैं. चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर कहा है कि इस मानसिकता के खिलाफ हम लड़ते हैं और बाबा साहेब भी लड़ते रहे हैं. इतना ही नहीं हमारे पिताजी भी लड़ते रहे हैं. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह मानसिकता राष्ट्रीय जनता दल और उसके साथ जो दल हैं उनकी हो सकती है. बहरहाल, खाने पीने से लेकर जात-पात के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीति छुआछूत तक पहुंच गई है. Tags: B. R. ambedkar, Chirag Paswan, Dr. Bhim Rao AmbedkarFIRST PUBLISHED : May 3, 2024, 12:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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