बुलेट ट्रेन में दो तरह के होंगे कोच आमलोगों का रखा जाएगा खास ख्‍याल

Bullet Train News: देश के दो बड़े कमर्शियल सिटी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद जोरों पर है. निर्माण कार्य पूरे रफ्तार में है. इस प्रोजेक्‍ट को जल्‍द से जल्‍द पूरा करने की कोशिश की जा रही है. इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ी बात कही है.

बुलेट ट्रेन में दो तरह के होंगे कोच आमलोगों का रखा जाएगा खास ख्‍याल
नई दिल्‍ली. मुंबई और अहमदाबाद को हाई-स्‍पीड ट्रेन से जोड़ने की योजना पर पूरे रफ्तार के साथ काम चल रहा है. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट को पूरा करने की अवधि को बढ़ाया गया है, ऐसे में अब इस प्रोजेक्‍ट को मौजूदा टाइम स्‍पैन में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. स्‍पेशल ट्रैक बिछाने से लेकर ब्रिज और अंडर-सी टनल बनाने का काम भी लगातर चल रहा है. इन सबके बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. उन्‍होंने ऐसी बात बताई है, जिससे आमलोग खुश हो जाएंगे. जी हां…आमलोगों के भी बुलेट ट्रेन में चढ़ने का सपना साकार हो सकेगा. रेल मंत्री ने राज्‍यसभा में बताया कि बुलेट ट्रेन में दो तरह के कोच होंगे. पहली कैटेगरी में जनरल चेयर कार होंगे और दूसरी श्रेणी में एग्‍जीक्‍यूटिव कोच. हालांकि, उन्‍होंने दोनों कोच के किराये के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट पर तेजी से काम चलने का दावा करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि बुलेट ट्रेन में दो श्रेणी होंगी- चेयर कार और एग्‍जीक्‍यूटिव कोच. राज्‍यसभा में प्रश्नकाल के दौरान वैष्णव ने पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है. उन्होंने कहा, ‘320 पिलर बनाने का काम पूरा हो गया है. समुद्र के नीचे करीब 50 मीटर डीप टनल बनाने तथा स्टेशन बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है.’ उन्होंने बुलेट ट्रेन में श्रेणियों के बारे में पूछे गए एक पूरक प्रश्न के बारे में बताया कि साल 1995 से 2012 तक दिल्ली मेट्रो के निदेशक रहे ई. श्रीधरन ने एक बहुत अच्छी व्यवस्था मेट्रो में की कि कैटेगरी का क्‍लासीफिकेशन नहीं होना चाहिए. उन्‍होंने आगे कहा- मैं तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यालय में काम करता था. श्रीधरन की बात को ध्यान में रखते हुए बुलेट ट्रेन में दो श्रेणी होंगी, पहली सामान्य और दूसरी विशिष्ट वर्ग की. Bullet Train: 320 KM की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन को लेकर आया बड़ा अपडेट, रेल मंत्री ने खुद दी खुशखबरी जापान के सहयोग से हो रहा काम रेल मंत्री ने बताया कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना में जापान के सहयोग से काम चालू हुआ है और इस परियोजना के दौरान काम करने के तरीके और टेक्‍नोलॉजी के बारे में भी अच्छी जानकारियां मिली हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया की करीब करीब सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने अपने बड़े शहरों को बुलेट ट्रेन से जोड़ा है. यह एक जटिल टेक्‍नोलॉजी होती है. किसी भी वाहन की गति बढ़ने पर उसे नियंत्रित करने की बहुत जरूरत होती है. रेल मंत्री ने कहा कि भारत की पहली बुलेट मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी और यह जापान के सहयोग से होगा. जापान ने 1969 में बुलेट ट्रेन पर काम शुरू किया और आज उसे इसमें महारत हासिल है. स्‍पेशल डिजाइन एक अन्य सवाल के जवाब में अश्विनी वैष्‍णव ने बताया कि बुलेट ट्रेन कॉम्‍लैक्‍स प्रोजेक्‍ट है और उसका डिजाइन भी खास होता है. बुलेट ट्रेन का डिजाइन देश की भौगोलिक स्थिति के अनुसार तैयार किया जाता है. कई देशों को केवल डिजाइन में ही 20 साल लग गए. उन्होंने कहा कि हमारे देश में बुलेट ट्रेन के लिए कोविड काल के बाद 320 पिलर बनाने का काम पूरा हो जाना बड़ी बात है. उनसे पूछा गया कि आने वाले दिनों में क्या बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे पिछड़े राज्यों में भी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी? रेल मंत्री ने फिलहाल इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि इसपर विचार किया जाना है. Tags: Ashwini Vaishnaw, Bullet train, National NewsFIRST PUBLISHED : August 2, 2024, 18:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed