आगरा के ट्री मैन ने लड़कियों की सुरक्षा के लिए शुरू की अनोखी पहल

Tree Man of Agra: कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप की घटना के बाद बदलापुर में 4 साल की बच्ची के साथ यौन शोषण की घटना और आगरा में गुरुवार को 10 साल की बच्ची के साथ मैरिज होम में दरिंदगी को लेकर....

आगरा के ट्री मैन ने लड़कियों की सुरक्षा के लिए शुरू की अनोखी पहल
रिपोर्ट- हरिकांत शर्मा आगरा: किताबों में पढ़ा था कि इंसान जानवर होता है लेकिन, अखबारों में पढ़ने के बाद महसूस हुआ की आज भी  है. ये लाइन आगरा के दो पोस्टर बॉय त्रिमोहन मिश्रा और उनके दोस्त पंकज शर्मा के बैनर पर लिखी है. इन लाइनों से वे अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. दोनों दोस्त जनता को जागरुक कर रहे हैं. आगरा के यमुना आरती पॉइंट पर हाथ मे बैनर लेकर दोनों दोस्त 2 घंटे खड़े रहे. नहीं थम रहे रेप कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप की घटना से देश में आक्रोश है. ये आक्रोश खत्म भी नहीं हुआ था कि उसके बाद बदलापुर में 4 साल की बच्ची के साथ यौन शोषण की घटना से आक्रोश और बढ़ गया. आगरा में गुरुवार को 10 साल की बच्ची के साथ मैरिज होम में दरिंदगी के आरोप लगे हैं. पोस्टर बॉय त्रिमोहन मिश्रा का कहना है कि देश के अलग-अलग राज्यों में रेप की घटनाएं सामने आई है. हम अभी तक कोलकाता की बेटी को इंसाफ भी नहीं दिला सके उसके बाद फिर से यह घटनाएं बढ़ रही हैं जो की चिंताजनक है. समाज में रह रहे लोगों को अब जागरूक होना पड़ेगा. इसीलिए वह अपने काम के समय से 2 घंटे निकाल कर शहर के चौराहों पर खड़े होकर पोस्ट के जरिए लोगों को जागरुक कर रहे हैं. घर से बाहर नहीं निकल पा रही हैं लड़कियां त्रिमोहन मिश्रा को लोग ट्री मैन के नाम से जानते हैं. वह पर्यावरण संरक्षण को लेकर लगातार समाज को जागरुक करते आ रहे हैं लेकिन, कोलकाता की घटना के बाद से उन्होंने अपने बैनर के स्लोगन बदल दिए हैं. उनका कहना है कि कोलकाता की घटना के बाद से लड़कियां डरी हुई हैं. घर से बाहर नहीं निकल रही हैं. हाल ही में कुछ दिनों पहले आगरा में कुछ मनचलों ने स्कूटी सवार लड़की का पीछा किया था. लोगों की मानसिकता बदलने की अब जरूरत है. इसके साथ ही पुलिस को भी कड़े एक्शन लेने होंगे. सामान्य परिवार से हैं त्रिमोहन त्रिमोहन मिश्रा ने बीएससी की पढ़ाई की है. पिता कारपेंटर का काम करते हैं. माता हाउस वाइफ हैं. वह तीन भाई हैं. त्रिमोहन खुद अपना प्रिंटिंग का छोटा सा बिजनेस करते हैं. इसी से उनका घर चलता है. प्रिंटिंग के काम से थोड़ा वक्त निकाल कर वह सुबह और शाम आगरा के भीड़ भाड़ वाले बाजारों में हाथ में बोर्ड और चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क लगाकर खड़े होकर लोगों को पर्यावरण बचाने को अवेयर करते हैं. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 18:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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