चार साल बाद किस अग्निवीर को मिलेगी स्थायी नौकरी ऐसे होगा चयन
चार साल बाद किस अग्निवीर को मिलेगी स्थायी नौकरी ऐसे होगा चयन
Agniveer Retention process after 4 Years of Service: अग्निपथ योजना के तहत सैन्य बल में 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती होगी. इसमें से सेना में 40 हजार और तीन-तीन हजार भर्तियां नौसेना और वायुसेना में होगी.
हाइलाइट्सन्यूज18 को मिली जानकारी के अनुसार इसमें 1000 अंकों की प्रणाली शामिल हो सकती है.स्थायी चयन के लिए सैन्य क्षमताएं और खेल कौशल पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है.
सैन्य बल में जिन 25 फीसदी अग्निवीरों की चार साल के बाद भी सेवा जारी रहेगी, उनके चयन के लिए तय मानदंडों को जल्द ही सेना अंतिम रूप देने वाली है. न्यूज18 को मिली जानकारी के अनुसार इसमें 1000 अंकों की प्रणाली शामिल हो सकती है जिसमें खास ध्यान सैन्य क्षमताएं और खेल कौशल पर दिया जा सकता है. हाल ही में शुरू हुई अग्निपथ योजना के तहत सैन्य बल में 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती होगी. इसमें से सेना में 40 हजार और तीन-तीन हजार भर्तियां नौसेना और वायुसेना में होगी. आगे चलकर हर साल ये संख्या बढ़ेगी.
सूत्रों के मुताबिक अग्निवीरों का उनकी सेवा के दौरान लगातार ऑपरेशन्स के दौरान बैटल प्रीपेयर्डनेस एफिसिएंसी टेस्ट (BPET), फिजिकल प्रोफिसिएंसी टेस्ट (PPT) जैसे तत्परता और फुर्ती से जुड़े परीक्षण और फायरिंग, ड्रिलिंग के जरिए आकलन किया जाएगा. इसी तरह सेना में अन्य विभागों में हुई भर्तियां जैसे ड्राइवर, गनर को भी उनकी तकनीकी कुशलता के आधार पर देखा जाता रहेगा. इसके अलावा अग्निवीरों का फुर्ती, निष्ठा, ईमानदारी, जिम्मेदारी और तालमेल के आधार पर भी मूल्यांकन किया जाएगा. वहीं खेल कुशलता और बहादुरी को तो अतिरिक्त महत्व दिया ही जाएगा, अनुशासन भंग करने जैसे मामलों में अंक कम भी किए जा सकेंगे.
अभी तक की योजना के अनुसार आकलन कुल हजार अंकों पर किया जाएगा. अग्निवीरों का मूल्यांकन थ्री टायर प्रणाली के तहत किया जाएगा जिसमें वो कमांडिंग अधिकारी भी शामिल होंगे जिनके मातहत सैनिक अपनी सेवा दे रहा है. बताया गया कि मोटे तौर पर यही पैमाने होंगे जिस पर चार साल बाद के फैसले लिए जाएंगे लेकिन तीनों सेवाओं से जुड़ी पेशेवर और तकनीकी योग्यताओं में भिन्नता आ सकती है. ये आकलन चार साल की सेवा में लगातार होता रहेगा जिसमें छह महीने की ट्रेनिंग का समय भी शामिल है.
जून में थल सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने न्यूज18 से बातचीत में कहा था कि अग्निवीरों को चार सालों में विभिन्न उद्देश्यों और पैमानों के आधार पर आंका जाएगा जिसके बाद ही स्थाई सैनिकों के चयन की अंतिम शीर्ष सूची बनाई जाएगी. राजू ने कहा था कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी होगी और सैनिक का प्रदर्शन कैसा रहा इससे जुड़ा तमाम डाटा बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के सिस्टम में अपलोड किया जाएगा. अग्निवीरों की काउंसलिंग भी ट्रेनिंग के दौरान की जाती रहेगी.
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Tags: Agniveer, Indian armyFIRST PUBLISHED : November 03, 2022, 13:45 IST