भारत-जापान के बढ़ते संबंधों के प्रतीक थे शिंजो आबे : जयशंकर ने जापान के पूर्व PM की हत्या पर जताया शोक

Shinzo Abe Death: 67 वर्षीय जापानी नेता शिंजो आबे की शुक्रवार सुबह जापान के नारा शहर में चुनावी सभा के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

भारत-जापान के बढ़ते संबंधों के प्रतीक थे शिंजो आबे : जयशंकर ने जापान के पूर्व PM की हत्या पर जताया शोक
नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने शनिवार को यहां स्थित जापान के दूतावास में जाकर पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या पर जापानी राजदूत सतोशी सुजुकी के प्रति संवेदना प्रकट की. भारत ने जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे आबे के निधन पर शनिवार को एक दिन के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. आबे ने दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के लिए अहम भूमिका निभाई थी. दूतावास का दौरा करने के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘दो दशक से अधिक समय तक शिंजो आबे हमारे बढ़ते संबंधों के प्रतीक थे. उन्होंने अपने व्यक्तिगत प्रयास से कई पहल की. उन्होंने हमारे संबंधों को स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के व्यापक वैश्विक संदर्भ में रखा.’ आबे का पार्थिव शरीर लेकर काले रंग का एक वाहन टोकियो के आलीशान रिहायशी इलाके शिबुया में स्थित उनके आवास पहुंचा. वाहन में आबे की पत्नी अकी भी सवार थीं. उनके घर पर कई लोग अपने नेता की अंतिम झलक पाने का इंतजार कर रहे थे. वाहन के सामने से गुजरने पर उन्होंने सम्मान में सिर झुकाया. हमलावर की दूसरी गोली शिंजो आबे को लगी सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में यामागामी को अपने कंधे पर देसी बंदूक लटकाते हुए देखा जा सकता है, वह भीड़भाड़ वाली एक सड़क पर आबे से कुछ मीटर दूर खड़ा है और लगातार आसपास घूर रहा है. इसके कुछ मिनटों बाद आबे के भाषण शुरू करते ही यामागामी को पहली गोली चलाते हुए देखा गया, लेकिन वह आबे को नहीं लगी. जब आबे यह देखने के लिए मुड़े की गोली की आवाज कहां से आई, तो दूसरी गोली चलती है. इस बार गोली सुरक्षाकर्मी द्वारा उसे रोकने के लिए उठाए गए बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस को चकमा देते हुए आबे की बायीं बाजू में लगती है. इसके बाद आबे जमीन पर गिर पड़ते हैं. आबे ने 2020 में प्रधानमंत्री पद से दिया था इस्तीफा गौरतलब है कि 67 वर्षीय जापानी नेता की शुक्रवार की सुबह नारा शहर में चुनावी सभा के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे पूरी दुनिया स्तब्ध है. आबे वर्ष 2006 से 2007 तक और फिर 2012 से 2020 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे. पद पर न रहने के बावजूद आबे का सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी में अच्छा-खासा रुतबा था और वह पार्टी के सबसे बड़े धड़े का नेतृत्व करते थे, लेकिन उनके घोर-राष्ट्रवादी विचारों ने उनके कई विरोधी खड़े कर दिए थे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Japan, S Jaishankar, Shinzo AbeFIRST PUBLISHED : July 10, 2022, 01:11 IST