अमरनाथ जैसे हादसों की बढ़ रही संख्या मौसम की वजह से हुई 5 बड़ी दुर्घटनाओं पर एक नजर

अमरनाथ में बादल फटने की खबर ने देश को हिला कर रख दिया. मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि इस तरह की घटनाएं ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) की वजह से हो रही है. पृथ्वी पर बढ़ते तापमान की वजह से आने वाले समय में इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी.

अमरनाथ जैसे हादसों की बढ़ रही संख्या मौसम की वजह से हुई 5 बड़ी दुर्घटनाओं पर एक नजर
नई दिल्ली. शुक्रवार शाम को अमरनाथ में बादल फटने की खबर ने देश को हिला कर रख दिया. बादल फटने की घटना अमरनाथ गुफा मंदिर के पास घटी है. दुर्घटना में 16 श्रद्धालु मारे गए हैं और 65 यात्रियों के घायल होने की खबर है. इस दुर्घटना ने लोगों को दुनिया भर की कई ऐसी घटनाओं को याद करने पर मजबूर कर दिया है, जो बदलते मौसम के कारण घटी हैं. मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि इस तरह की घटनाएं ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बढ़ी हैं. पृथ्वी पर बढ़ते तापमान की वजह से आने वाले समय में इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी. बदलते मौसम के कारण 1996 से 2013 तक ठीक इसी तरह की कई घटनाएं घट चुकी हैं. एक नजर दुनिया भर की 5 बड़ी दुर्घटनाओं पर जो बदलते मौसम के कारण घट चुकी हैं. केदारनाथ की 2013 की घटना उत्तराखंड की चौराबाड़ी लेक के किनारे 16 जून 2013 को अचानक बाढ़ आ गई थी. प्रकृति ने ऐसा तांडव मचाया कि पूरी केदारनाथ घाटी की ही तस्वीर बदल गई. इस बाढ़ ने कई लोगों के जीवन को बर्बाद कर दिया. उत्तराखंड सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार इस तबाही में 5,700 से अधिक लोगों को मौत हुई थी. बाद में मरने वालों की संख्या 6,054 बताई गई. मरने वालों में अधिकतर तीर्थयात्री थे. हैलोवीन तूफान 2003 हैलोवीन तूफान सोलर तूफानों की एक सीरीज थी, जो अक्टूबर के मध्य से नवंबर 2003 की शुरुआत तक चली थी. यह तूफान 28 से 29 अक्टूबर के आसपास अपने पीक पर था. वैज्ञानिकों का कहना था कि तूफानों की इस सीरीज ने भूस्थैतिक परिचालन पर्यावरण उपग्रह कार्यक्रम (Geostationary Operational Environmental Satellite Program) द्वारा रिकॉर्ड की गई अब तक की सबसे बड़ी सौर चमक (flare) उत्पन्न की, जिस कारण अधिकतर सैटेलाइट को अस्थायी रूप से खो दिया गया था. जिसे वैज्ञानिकों को फिर से स्थापित करने के लिए कई दिनों तक चौबीसों घंटे काम करना पड़ा था. चीन का रेतीला तूफान बदलते मौसम की घटना से चीन भी प्रभावित हो चुका है. चीन के उत्तरी प्रांत में 2021 में भीषण रेतीला तूफान आया था, जिसने पूरे शहर को ढंक लिया था, इससे शहर का आसमान पीले-नारंगी रंग का हो गया था. इस तरह का पीला तूफान चीन में पहली बार नहीं आया था, बल्कि ये गोबी मरुस्थल से लगभग हर साल ही आता रहता है. ग्रीस के जंगलों की आग ग्रीस के जंगलों की आग वाली घटना कौन भूल सकता है. इस आग की शुरुआत अगस्त 2021 में हुई थी. यह जंगल की आग की एक सीरीज है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, और कम से कम बीस अन्य लोग घायल हो गए. इस आग ने दर्जनों घरों को नष्ट कर दिया. बीबीसी के अनुसार ग्रीस (Greece) 1987 के बाद से सबसे खराब गर्मी का सामना कर रहा है. 2007 में ग्रीस के जंगलों में आग के बाद से 2021 की आग सबसे भीषण है. ढाका में बादल फटने की घटना बांग्लादेश भी बदलते मौसम की मार झेल चुका है. 2009 में ढाका में रात भर हुई मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी थी. रात भर हुई मूसलाधार बारिश से सुबह तक शहर आधा जलमग्न हो गया था. मौसम वैज्ञानिकों का कहना था कि यह असामान्य भारी बारिश बादल फटने के कारण हुई. इस मूसलाधार बारिश में केवल छह घंटों में लगभग 300 मिमी बारिश हुई थी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Amarnath Yatra, Climate Change, Global warmingFIRST PUBLISHED : July 09, 2022, 14:54 IST