पांच साल की तैयारी 4 UPSC इंटरव्यू पहले मिला DANICS कैडर फिर बने IRS अफसर
पांच साल की तैयारी 4 UPSC इंटरव्यू पहले मिला DANICS कैडर फिर बने IRS अफसर
Success Story : मूलरूप सेआजमगढ़ के रहने वाले हार्दिक चंदेल के यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने की यात्रा काफी इंस्पायरिंग है. वह कई बार सफलता को छूते-छूते रह गए. लेकिन हिम्मत नहीं हारी. आखिरकार उन्होंने आईआरएस बनकर अपना सपना पूरा किया. आइए जानते हैं उनकी इस जर्नी के बारे में.
UPSC Success Story : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों लोग शामिल होते हैं. सिविल सेवा के लिए एक बार भी सेलेक्शन पाना बड़ी बात मानी जाती है. लेकिन आजमगढ़ के रहने वाले आईआरएस अधिकारी हार्दिक चंदेल ने दो बार यूपीएससी क्रैक की है. हालांकि उन्हें इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. वह कई बार सफलता को छूते-छूते रह गए. हमेशा से ही उनका सपना सिविल सेवा में जाना था और इसे पहले प्रयास में पूरा करना चाहते थे. इसी संकल्प के साथ उन्होंने इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर में यूपीएससी की कोचिंग में दाखिला लिया. वह कोचिंग क्लास अटेंड करने हर सप्ताह कुरुक्षेत्र से दिल्ली 150 किलोमीटर की यात्रा किया करते थे.
तमाम बाधाओं और मुश्किलों के बावजूद वह अपने चुने हुए रास्ते पर डटे रहे. आखिरकार साल 2022 में उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें DANICS (दिल्ली, अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप, दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली) कैडर में जगह मिल गई. उनकी नियुक्ति दिल्ली में एसडीएम पद पर हुई.
बीटेक फाइनल ईयर में शुरू की थी UPSC की तैयारी
हार्दिक चंदेल ने एनआटी कुरुक्षेत्र से बीटेक किया है. उन्होने साल 2018 में बीटेक फाइनल ईयर के दौरान ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. जिसके लिए वह हर सप्ताह कुरुक्षेत्र से दिल्ली कोचिंग क्लास अटेंड करने आते थे. उन्होंने साल 2020 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी.
दो बार क्रैक किया यूपीएससी इंटरव्यू
हार्दिक ने अपने पहले प्रयास में प्रीलिम्स और मेन्स क्रैक किया था. लेकिन फाइनल सेलेक्शन महज नौ अंक से नहीं हो सका. इसके बाद 2021 में दूसरा अटेम्प्ट दिया. इसमें वह मेन्स नहीं क्रैक कर सके। फिर तीसरे प्रयास में यानी यूपीएससी 2022 में उनका नाम रिजर्व लिस्ट में आया और उन्हें DANICS कैडर मिला. उनकी 700वीं रैंक थी. उनकी पोस्टिंग दिल्ली में एसडीएम पद पर हुई. इसके बाद साल 2023 में एक बार फिर से उन्होंने यूपीएससी क्रैक किया. इस बार उनकी रैंक 304 आई. इसमें उन्हें इंडियन रेवन्यू सर्विस (IRS) मिला.
लिखने की धीमी गति से नहीं क्रैक हो पाया था मेन्स
हार्दिक को शुरुआत के प्रयासों में अपने लिखने की धीमी गति से जूझना पड़ा. वह समय से पेपर पूरा नहीं कर पाते थे. धीमी गति के चलते मुख्य परीक्षा में कम अंक आए, खासकर निबंध में. दूसरे प्रयास में वह इसीलिए मेन्स क्रैक नहीं कर पाए थे. लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने अपनी इस कमी पर काम किया. नतीजन तीसरे और चौथे प्रयास में निबंध के पेपर में क्रमश: 104 और 108 अंक मिले. 2023 में इंटरव्यू में 193 अंक मिले थे.
पिता और बहन हैं इंजीनियर
हार्दिक चंदेल मूलरूप से आजमगढ़ के रहने वाले हैं. लेकिन अब उनका परिवार गाजियाबाद में बस गया है. उनके पिता प्राइवेट सेक्टर की एक कंपनी में इंजीनियर हैं. जबकि मां हाउसमेकर हैं. उनकी एक बहन भी इंजीनियर है.
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Tags: IAS Toppers, Success Story, Upsc topperFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 13:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed