डेरा जगमालवाली प्रमुख की लाल डायरी आई सबके सामने जानें किसके नाम है वसीयत

Dera Jagmalwali Controversy : डेरा जगमालवाली में डेरा मुखी को लेकर छिड़े विवाद के बीच बुधवार को एक लाल डायरी सबके सामने पेश की गई. लगभग 15 पंचायतों ने कहा कि लाल डायरी में डेरा प्रमुख बहादुर चंद वकील की लिखी गई वसीयत है. आइये जानते हैं कि लाल डायरी में किसे डेरा प्रमुख बताया गया है.

डेरा जगमालवाली प्रमुख की लाल डायरी आई सबके सामने जानें किसके नाम है वसीयत
सिरसा. डेरा जगमालवाली के प्रबंधकों ने बुधवार को लाल डायरी को सार्वजनिक कर दिया. लगभग 15 पंचायतों ने मीडिया के सामने लाल डायरी को सार्वजनिक किया. लाल डायरी में डेरा प्रमुख बहादुर चंद वकील की लिखी गई वसीयत थी. डेरा प्रमुख वकील साहिब के इंतकाल के बाद पिछले दिनों डेरे में वसीयत को लेकर विवाद हुआ था. डेरा अनुयायियों के एक गुट ने डायरी दिखाने की मांग की थी. पंचायतों ने कहा कि हमने डायरी को अच्छे से देखा है. विरासत महात्मा बीरेंद्र के नाम है. डेरा जगमालवाली के हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में लाखों श्रद्धालु हैं. सिरसा के कालावाली स्थित जगमालवाली डेरा की गद्दी को जारी विवाद में नया अपडेट सामने आया है. लाल डायरी के बाद एक और डायरी सामने आई है. दूसरी डायरी ने भी डेरा की गददी को लेकर राज खोले हैं. कालांवाली डेरा जगमालवाली में पंचायतें, डेरा ट्रस्टी और परिवार के लोगों ने संत की लाल डायरी के बाद एक 2021 की डायरी पेश की. डायरी संत वकील साहब की लिखी हुई है. इस डायरी में वीरेंद्र महात्मा का नाम लिखा है. यह भी लिखा है कि बीरेंद्र महात्मा उत्तराधिकरी होंगे. आरोप लगाने वाले अमर सिंह डेरा के बुलाने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे. डेरा जगमालवाली में हुई प्रेस वार्ता में अमर सिंह की ओर से मांगी गई 2021 की डायरी दिखाई गई. अमर सिंह कह रहे थे कि मैंने डायरी देखी है. जो डायरी में वसीयत होगी, उसीए को मान लूंगा. डायरी में बीरेंद्र महात्मा का नाम निकला. लाल डायरी के बाद 2021 की डायरी भी बीरेंद्र महात्मा का नाम है. फिर भी डेरा की साध संगत और आम लोगों से डायरी देखकर सच्चाई जानने की अपील की गई. डेरा की ओर से पहले एक लाल डायरी दिखाई गई थी उसको लेकर सवाल उठाए थे. आज पंचायत में दूसरी डायरी को किया गया पेश जो 2021 की है. संत वकील साहब के भतीजे विष्णु कुमार ने कहा, ‘डायरी में महात्मा बीरेंद्र का नाम है. संगत के ज्यादातर लोग वकील साहब की लिखाई को पहचानते हैं. जो बातें नहीं थी, वो संगत के बीच फैलाई गईं. संगत डेरे में आए और सच्चाई जान ले. आज यहां 10 गांव के सरपंच भी बैठे हैं. हमने वही डायरी पेश की है जिसका जिक्र अमर सिंह ने किया था.’ Tags: Haryana news, Sirsa NewsFIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 20:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed