मछली पालन में मिलता है 60 फीसदी अनुदान आज ही ऐसे उठाए फायदा
मछली पालन में मिलता है 60 फीसदी अनुदान आज ही ऐसे उठाए फायदा
Fish Farming: जिला मत्स्य अधिकारी इरफान उल्लाह खान बताते हैं कि किसानों को मछली पालन के लिए सरकार की तरफ से 40 प्रतिशत का अनुदान, तो वहीं महिला व एससी वर्ग को 60% का अनुदान दिया जाता है.
रजनीश यादव / प्रयागराज: इन दिनों सरकार की ओर से जल संरक्षण एवं घटते जल स्तर को सुधारने के लिए लगातार तालाब खुदाई पर जोर चल रहा है. इससे किसानों को भी काफी फायदा मिल रहा है. सरकार के द्वारा प्राप्त सहायता राशि से किसान मछली पालन का व्यवसाय कर रहे हैं. इससे उनको बेहतरीन लाभ के साथ आय में भी वृद्धि देखने को मिल रही है.
मछली पालन किसानों के व्यवसाय का मुख्य साधन हो सकता है. अगर आप भी किसान हैं और मछली पालन करने का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए सरकारी वेबसाइट www.fisheries.up.gov.in पर एक वर्ष में दो बार ऑनलाइन आवेदन लिए जाते हैं. ऑनलाइन आवेदन के लिए स्वयं की पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड , बैंक पासबुक, ₹100 के स्टांप पर सहमति पत्र एवं प्रयोग की जाने वाली भूमि के साक्ष्य का खतौनी लगाना होता है. इससे संबंधित सभी जानकारी ऊपर दिए गए वेबसाइट पर किसान विस्तृत रूप से देख सकते हैं.
इतना मिलता है अनुदान
जिला मत्स्य अधिकारी इरफान उल्लाह खान बताते हैं कि किसानों को मछली पालन के लिए सरकार की तरफ से 40 प्रतिशत का अनुदान, तो वहीं महिला व एससी वर्ग को 60% का अनुदान दिया जाता है. बता दें कि किसान अपने निजी अथवा राजस्व भूमि पर मछली पालन कर सकते हैं. इसके लिए साल भर में दो बार ऑनलाइन आवेदन लिए जाते हैं. इस वर्ष चुनाव खत्म होते ही ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
इन योजनाओं के तहत होता है मछली पालन
मछली पालन को लेकर सरकार की ओर से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना एवं मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना चलाई जाती है. योजना में केंद्रीय सहायता प्राप्त करने के लिए लाभार्थी के पास मानक के अनुसार भूमि उपलब्ध होना जरूरी है. वहीं, वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए उससे संबंधित प्रमाण पत्र मत्स्य विभाग को सौंपने होते हैं.
मत्स्य विभाग भी करता है मदद
मत्स्य विभाग के अधिकारी डॉक्टर इरफान उल्लाह खान बताते हैं कि मछली पालन करने वाले किसानों को हमारे विभाग की ओर से पूरा सहयोग दिया जाता है. किस मछली का पालन करना है और किस में ज्यादा लाभ है. इसकी पूरी जानकारी किसानों को विभाग की ओर से दी जाती है. एवं समय-समय पर जाकर निरीक्षण भी किया जाता है. इसके लिए मत्स्य विभाग की ओर से मत्स्य बीज उपलब्ध कराए जाते हैं. वर्तमान में प्रयागराज में पंगेसियस, एवं सिंघी मछली की डिमांड ज्यादा है, जिसकी प्रजनन क्षमता भी अच्छी है. इससे मछली पालन करने वाले किसानों को अच्छा लाभ मिलता है.
Tags: Local18, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 16:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed