अहमदाबाद में लिफ्ट गिरने से हुई थी 8 लोगों की मौत आपकी बिल्डिंग का एलेवेटर कितना ठीक ऐसे जानें

लिफ्ट... अब आम जिंदगी का हिस्सा है. मॉडर्न दुनिया में बहुमंजिला इमारतों में एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक आने जाने के लिए लिफ्ट ही सबसे मुफीद तरीका है. लेकिन आए दिन लिफ्ट के फंसने और लिफ्ट के गिरने से जुड़ी घटनाएं सामने आती हैं. 14 सितंबर को अहमदाबाद में लिफ्ट के शाफ्ट के अंदर काम कर रहे 7 मजदूरों की मौत हो गई. ये घटना गुजरात विश्वविद्यालय के निकट एक स्थान पर हुई थी. इसी तरह महाराष्ट्र के ठाणे की एक इमारत की लिफ्ट में फंसे पांच लोगों को बचाया गया था, ऐसे में सवाल ये है कि आखिर कैसे जाना जाए कि जिस लिफ्ट का इस्तेमाल करने जा रहे हैं, वह सुरक्षित है कि नहीं? आइए जानते हैं...

अहमदाबाद में लिफ्ट गिरने से हुई थी 8 लोगों की मौत आपकी बिल्डिंग का एलेवेटर कितना ठीक ऐसे जानें
रिपोर्ट- रोहित भट्ट अल्मोड़ा. उत्तराखंड के अल्मोड़ा में इन दिनों आंखों के रोगियों की संख्या करीब दोगुनी हो गई है. जिला अस्पताल में जहां पहले हर रोज 40 से 50 नेत्र रोगी इलाज के लिए आते थे, वहीं अब यह संख्या 80 से 90 मरीज प्रतिदिन हो गई है. आंखों में जलन, दर्द होना, आंखें लाल होना, पानी निकलना, इंफेक्शन और मोतियाबिंद के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. गौर करने वाली बात यह है कि काफी संख्या में बच्चे भी आंखों की मर्ज के शिकार हो रहे हैं. अल्‍मोड़ा जिला अस्पताल के नेत्र सर्जन डॉक्टर जीवन सिंह मकवाल ने बताया कि इन दिनों आंखों के रोगी बढ़े हैं. सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है. आंखों में इंफेक्शन, जलन और मोतियाबिंद के मरीज लगातार अस्पताल पहुंच रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल के बाद से बच्चों की आंखों पर काफी असर देखने को मिला है. इसका एक बड़ा कारण बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई है. लगातार मोबाइल, टैब आदि के सहारे पढ़ाई करने की वजह से मासूमों की आंखें कमजोर हुईं हैं. वहीं मोबाइल में गेम खेलने से भी आंखों पर काफी असर पड़ता है. डॉक्टर जीवन सिंह मकवाल ने की ये अपील डॉक्टर मकवाल ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की मोबाइल में गेम आदि खेलने की आदत को बदलें. जरूरी हो तभी सीमित समय के लिए मोबाइल दें. लगातार मोबाइल में देखने से आने वाले समय में उन्हें कई और दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है. यदि आपको भी आंखों से संबंधित कोई बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं, तो आप फौरन अपने नजदीकी अस्पताल जाकर डॉक्टर को दिखाएं. बुखार और जुकाम के मरीजों की भरमार बता दें कि अल्मोड़ा जिला अस्पताल में इन दिनों बुखार, जुकाम व अन्य मौसमी बीमारियों के मरीज भी बढ़े हैं. जहां पहले करीब 250 ओपीडी हुआ करती थीं, वहीं इन दिनों ओपीडी का आंकड़ा 500 के पार जा रहा है. अस्पताल के डॉक्टर मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए लोगों से खानपान का खास ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Almora Medical College, Almora News, EyesFIRST PUBLISHED : September 15, 2022, 14:30 IST