वोटिंग के बाद सारण में भड़की हिंसा रोहिणी आचार्य के आने से क्यों गुस्साए लोग!

वोटिंग के बाद सारण में भड़की हिंसा रोहिणी आचार्य के आने से क्यों गुस्साए लोग!
सारण में चुनावी हिंसा के में दो युवकों की मौत के बाद एक बार फिर सारण की चर्चा पूरे देश में हो रही है. ऐसा नहीं है कि सारण का चुनाव हमेशा से हिंसा मुक्त रहा है, राजपूत और यादव बहुल इस क्षेत्र का लोकसभा चुनाव पहले भी हिंसा की चपेट में रहा है. वर्ष 2004 में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा के निवर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी ने चुनाव आयोग में बूथ लूट की शिकायत की थी. रूडी की शिकायत के बाद सभी मतदान केंद्रों पर दोबारा चुनाव कराया गया था. इसकी जांच करने के लिए तत्कालीन चुनाव आयुक्त के. जे. राव खुद छपरा गए थे. उस वक्त चुनाव के दौरान जबर्दस्त हिंसा हुई थी और कई जगह मतदान केंद्रों पर लालू यादव के समर्थकों ने उत्पात मचाया था. राजीव प्रताप रूडी ने उसे वक्त की हिंसा की वीडियो के साथ चुनाव आयोग में शिकायत की थी जिसकी जांच के बाद के. जे. राव ने पूरे चुनाव को ही रद्द कर दिया था. हालांकि बाद में भी हुए चुनाव में लालू यादव को ही विजय हासिल हुई थी. एक बार फिर दो दशक बाद छपरा के नगर थाना क्षेत्र स्थित भिखारी ठाकुर चौक के पास मतदान के दौरान हुई हिंसा और उसके अगले दिन हुई फायरिंग में दो युवकों की मौत ने पुराने दिनों की याद दिला दी है. दरअसल चुनाव आयोग की सख्ती से लंबे समय से चुनावी हिंसा की तस्वीर नहीं सामने आई थी. इस बार लालू यादव की मौजूदगी में चुनाव के माहौल को पूरी तरह बदल दिया था और राष्ट्रीय जनता दल-राजद समर्थकों में काफी जोश था. मतदान के दिन रोहिणी आचार्य घूमते हुए मतदान केंद्र संख्या 318 पर पहुंची थीं जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें वहां से जाने पर मजबूर कर दिया. इसके बाद राजद कार्यकर्ता भी गुस्से में आ गए और दोनों पक्षों के बीच में मारपीट हो गई. तब पुलिस अधीक्षक ने मोर्चा संभाला और मामले को शांत कर दिया. इस घटना के अगले दिन 21 मई की सुबह मामूली बात पर हिंसा फिर भड़क गई और भिखारी ठाकुर चौक के पास चाय की दुकान पर बीजेपी और राजद के समर्थक फिर आमने-सामने आ गए. राजद समर्थकों ने बीजेपी के नेता के दरवाजे पर चढ़कर उन्हें अपशब्द करना शुरू कर दिया जिसके प्रतिशोध में भाजपा नेता ने फायरिंग की. इस फायरिंग में दो युवकों की मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिक की दर्ज कर ली और लापरवाही के आरोप में टाउन थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया. फिलहाल दोनों तरफ से शांति बहाली की कोशिश जारी है. पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि किसी भी हालत में गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. तनाव को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवा को 2 दिन तक बंद रखने का निर्देश जारी किया है. Tags: Bihar News, Crime News, Loksabha Elections, Saran NewsFIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 18:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed