कुत्‍ते-बंदर ने बचपन में दिया दर्द दवा बन गया गुमशुदा बच्‍चा 11 साल बाद मिला

करनाल का छोटा सा बच्‍चा नौ साल की उम्र में लापता हो गया था. अब जब वो वापस लखनऊ में अपने माता-पिता से मिला है तो उसकी उम्र 11 साल है. कुत्‍ते और बंदर के बचपन में जो उसे दर्द दिए थे वही आज उसे वापस मिलने की वजह बने.

कुत्‍ते-बंदर ने बचपन में दिया दर्द दवा बन गया गुमशुदा बच्‍चा 11 साल बाद मिला
नई दिल्‍ली. हरियाणा के करनाल शहर से 11 साल पहले एक बच्‍चा अपनी मां से बिछड़ गया. तब इस बच्‍चे की उम्र महज 9 साल की थी. खूब तलाशने पर भी उसका कुछ पता नहीं चल पाया. परिवार वाले भी बेटे को दोबारा पाने की आस खो चुके थे. मां के आंसुओं का करनाल पुलिस के पास कोई जवाब नहीं था. फाइलों में बच्‍चे की गुमशूदगी का मामला कहीं खो चुका था. फिर एक ऐसा चमत्कार हुआ, जिसकी माता-पिता ने कल्‍पना भी नहीं की होगी. 11 साल पहले बच्‍चे के साथ दो छोटे-छोटे हादसे हुए थे. वहीं, आज उसके माता-पिता से मिलने की वजह बन गए. दरअसल, हुआ कुछ यूं कि माता-पिता ने अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट में पुलिस को यह जानकारी दी थी कि उसके हाथ पर कुत्‍ते के काटने का एक निशान है. इसके अलावा बंदर के काटने का निशान भी उसके बाएं हाथ पर है. पुलिस ने बताया कि सतबीर उर्फ ​​टार्जन सितंबर 2013 में करनाल जिले से लापता होने के समय एक छोटा बच्‍चा  था. ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने सभी राज्‍यों को बच्‍चे की गुमशुदगी के बारे में डिटेल भेजी थी. इन डिटेल्‍स में हाथ पर कुत्‍ते और बंदर के काटने की बात को खासतौर पर मेंशन किया गया. बताया गया कि मां का कहना है कि यह निशान बच्‍चे के हाथ पर कुत्‍ते और बंदर के निशाना बच्‍चे के ठीक होने के बाद भी नहीं गए थे. ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को लंबे इंतजार के बाद लखनऊ से एक कॉल आया. जिसमें बताया गया कि राज्‍य सरकार के चाइल्‍ड केयर सेंटर में एक 20 साल का लड़का मौजूद है. गुमशुदगी की रिपोर्ट में दी गई जानकारी इस लड़के से मैच खाती है. पहचान की पुष्टि होने के बाद राज्य अपराध शाखा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह की मौजूदगी में सतबीर को उसकी मां और भाई से मिलवाया गया. 11 साल के लंबे इंतजार के बाद भी मां ने अपने बच्‍चे को पहचान ने जरा भी देरी नहीं की. भले ही पुलिस टीम ने हाथ पर बंदर और कुत्‍ते के काटने के निशान को देखकर बच्‍चे को पहचानने की सभी औपचारिकताओं को पूरा किया होगा लेकिन मां के आंखों ने बिना किसी निशान के ही अपने बेटे को पहचान लिया. 11 साल बाद अपने खोए बेटे से मिलकर इस मां के खुशी के आंसू थम ही नहीं रहे थे. Tags: Crime News, Karnal news, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 11:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed