किसानों के लिए जादू से कम नही हैं ये 2 उपकरण कम पानी में होगी भरपूर सिंचाई

sprinkler and drip irrigation: घटते जलस्तर से किसानों को फसलों की सिंचाई में बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. फसलों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता. इससे फसलें सूख जाती हैं और किसानों को घाटा होता है. किसानों की मेहनत पर पानी ना फिरे इसके लिए ड्रिप और स्प्रिंकलर सेट के लिए सरकार भारी सब्सिडी दे रही है.

किसानों के लिए जादू से कम नही हैं ये 2 उपकरण कम पानी में होगी भरपूर सिंचाई
अंजली शर्मा/कन्नौज: देश भर के अलग-अलग इलाकों में वाटर लेवल लगातार घटता जा रहा है. उत्तर प्रदेश के कन्नौज में भी जलस्तर घटने के कारण किसानों को कई तरह की फसलों में नुकसान उठाना पड़ रहा है. किसानों को उनकी जरूरत का पानी मिल सके इसके लिए एक नई योजना पर काम किया जा रहा है. नई योजना से पानी की बर्बादी भी कम होगी और फसलों को पर्याप्त मात्रा में पानी भी मिलेगा. इससे किसानों का घाटा कम होगा और मुनाफा बढ़ेगा. इसके लिए ड्रॉप मोर क्रॉप योजना के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर पर किसानों को बड़ा अनुदान मिलेगा. इस योजना का लाभ लेकर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं. क्या है प्रक्रिया इस योजना का लाभ पाने वाले इच्छुक किसान आधार कार्ड, खतौनी, बैंक पास बुक की फोटो कापी, एक फोटो और मोबाइल नंबर के साथ विभागीय पोर्टल http://dbt.uphorticulture.in पर पंजीकरण करा सकते हैं. पंजीकरण में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उक्त डॉक्यूमेंट के साथ किसी भी कार्य दिवस में विकास भवन, कन्नौज स्थित जिला उद्यान अधिकारी, कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं. जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में भी पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है. कैसे और किनको मिलेगा लाभ इस योजना का नाम पर ड्रॉप मोर क्रॉप है. इस योजना में आवेदन करने पर किसान को ड्रिप और स्प्रिंकलर पर बड़ा अनुदान मिलेगा. इस योजना के लाभार्थी किसानों को 80 से 90 प्रतिशत तक का अनुदान स्प्रिंकलर और ड्रिप पर मिलेगा. किसानों को मात्र 10 से 20 प्रतिशत धनराशि खुद से लगानी होगी. इसके अलावा बाकी की रकम सरकार की तरफ से दी जाएगी. 2 हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों को 90 प्रतिशत का लाभ और दो हेक्टेयर से ज्यादा जमीन वाले किसानों को 80 प्रतिशत लाभ मिलेगा. क्या होता ड्रिप/स्प्रिंकलर ड्रिप और स्प्रिंकलर एक विशेष प्रकार के उपकरण होते हैं. इनके प्रयोग से ज्यादा पानी वाली फसलों में बहुत लाभ होता है. इनके जरिए फसल में उसकी जरूरत के अनुसार पानी जाता है और फसल को अच्छा लाभ मिलता है. इसके लिए किसानों को दूर-दूर बोई जाने वाली फसल जैसे टमाटर, मिर्ची, बैंगन, भिंडी, अमरूद, केला आदि फसलों की सिंचाई के लिए ड्रिप विधि का प्रयोग करके फसलों को सिंचाई करनी चाहिए. इनके अलावा गेहूं, चना, दाल जैसी जो घनी फसल हैं उनकी सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर विधि का प्रयोग करके किसान इसका लाभ उठा सकते हैं. इसके इस्तेमाल से पानी वेस्ट नहीं होता और कम पानी में भी फसलों को भरपूर पानी मिल जाता है. क्या बोले अधिकारी जिला उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी बताते हैं कि पानी के घटते जल स्तर को देखते हुए किसानों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण योजना है. इसमें किसानों को 80 से 90 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा. ड्रिप और स्प्रिंकलर से किसानों को पानी की समस्या नहीं होगी. कम पानी में भी वह अपनी फसल की अच्छे से सिंचाई कर सकेंगे. विभाग द्वारा इस पर मिलने वाला अनुदान उनके लिए दोगुना लाभदायक साबित होगा. आवेदन करने में किसी भी तरह की समस्या होने पर किसान सीधे विभाग आकर अपनी समस्या का निदान पा सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 19:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed