प्लेटफॉर्म पर कूड़ेदान से आ रही थी आवाज RPF ने झांका तो फटी रह गई आंखें
प्लेटफॉर्म पर कूड़ेदान से आ रही थी आवाज RPF ने झांका तो फटी रह गई आंखें
Ahmedabad News: रेलवे स्टेशन पर जब आरपीएफ को कूड़ेदान से एक रोता हुआ बच्चा मिला. पुलिस ने उसके मां-बाप का पता लगाने के लिए सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाले. जब पुलिस ने मां से पूछताछ की तो सच्चाई उनके सामने आई वो हिला कर रख देने वाली थी. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...
अहमदाबाद. रेलवे स्टेशन पर कूड़ेदान के पास अचानक से लोगों की भीड़ जुटने लगी. जब रेलवे स्टेशन पुलिस (आरपीएफ) की टीम जल्द से जल्द वहां पहुंची तो पता चला कि एक बच्चा कूड़ेदान पर पड़ा हुआ है. जल्द से बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब आरपीएफ इस जांच में जुट गई कि यह बच्चा आखिरकार कहां से रेलवे स्टेशन के कूड़ेदान पर आया. इसके लिए आरपीएफ की टीम ने रेलवे स्टेशन के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाले और फिर जो सच्चाई सामने आई वो हैरान करने वाली थी.
बताया जा रहा है कि 35 वर्षीय एक मां ने 28 अक्टूबर को धंधुका रेलवे स्टेशन पर अपनी नवजात बच्ची को छोड़ दिया था. आरपीएफ ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो दिखा कि एक महिला फटे हुए दुपट्टे में लिपटी बच्ची को स्टेशन पर छोड़ते हुए दिखाई दी. धंधुका रेलवे पुलिस ने महिला की पहचान कर आसपास पूछताछ करना शुरू किया तो उस महिला के बारे में पता चला. आरपीएफ की टीम ने फिर उस महिला से पूछताछ की.
परिवार मध्य प्रदेश का रहने वाला है
महिला ने अधिकारियों को बताया कि वह और उसका पति, जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं, पहले से उनकी 3 बेटियां हैं औ उन्हें बेटा चाहिए था. एक और बच्ची को जन्म देने के बाद, मां ने शिशु को स्टेशन पर छोड़ने का कठिन निर्णय लिया. धंधुका पुलिस के इंस्पेक्टर रमेश गोजिया ने कहा कि मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले दंपत्ति गुजरात के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर के रूप में काम कर रहे थे.
पति अक्सर पत्नी का डांटता था
उन्होंने बताया कि वह लगभग दो महीने पहले ही धंधुका आए थे और रेलवे स्टेशन के पास रह रहे थे. जब 27 अक्टूबर की रात को महिला को प्रसव पीड़ा हुई. जांच में शामिल रेलवे पुलिस अधिकारी के अनुसार, पति-पत्नी दोनों यह जानकर परेशान हो गए कि उनका चौथा बच्चा भी एक बेटी है. अधिकारी के अनुसार, पति अक्सर अपनी पत्नी को डांटता और ताना मारता था, जिसके कारण वह अपनी तीन अन्य छोटी बेटियों को लेकर रेलवे स्टेशन पर जाती है और नवजात को वहां कूड़ेदान में छोड़ देती है. उसे विश्वास था कि कोई न कोई बच्चे को ढूंढ़कर उसकी देखभाल करेगा.
दुकानदार ने सबकुछ अपनी आंखों से देखा
रेलवे के एक स्टॉल मालिक ने कचरा फेंकते समय शिशु को देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया. धंधुका के एक सरकारी अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने लड़की की जांच की और पाया कि वह स्वस्थ है. अधिकारियों ने मां का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज का इस्तेमाल किया, जिसे नवजात को वापस करने से पहले उसकी काउंसलिंग की गई. मामला रेलवे पुलिस को सौंप दिया गया और अंततः कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई.
Tags: Ahmedabad News, Indian Railway newsFIRST PUBLISHED : November 1, 2024, 19:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed