जाट समुदाय राजस्थान चुनाव: जगदीप धनखड़ को ही बीजेपी ने क्यों चुना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
जाट समुदाय राजस्थान चुनाव: जगदीप धनखड़ को ही बीजेपी ने क्यों चुना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
Jagdeep Dhankhar Vice Presidential Candidate: जगदीप धनखड़ जाट वर्ग से आते हैं और राजस्थान ही नहीं उससे सटे हरियाणा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश एवं पंजाब में जाट समुदाय अच्छी खासी संख्या में हैं.
नई दिल्ली. बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड ने एनडीए की तरफ से देश के अगले उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार कौन होगा इसकी घोषणा कर दी है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. नड्डा ने जब धनखड़ के नाम की घोषणा की, तो उनके आगे किसान पुत्र जोड़ा यानी बीजेपी देश में किसानों को संदेश देना चाहती है कि वह किसान हितैषी है. इसके अलावा चौधरी चरण सिंह के बाद जगदीप धनखड़ जाट वर्ग से आने वाले दूसरे व्यक्ति होंगे, जो देश के उच्च संवैधानिक पद पर संभवतः बैठेंगे.
जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने के लिए उनकी कानून की गहरी समझ और 30 साल का लंबा सार्वजनिक जीवन का अनुभव तो है ही, लेकिन इसके साथ-साथ इसके कई बड़े राजनीतिक संदेश भी हैं. जगदीप धनखड़ राजस्थान के झुंझुनूं जिले से आते हैं और अगले वर्ष 2023 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. वर्तमान में अगर कांग्रेस की बात करें, तो सिर्फ राजस्थान ही एकमात्र ऐसा बड़ा राज्य बचा है जहां कांग्रेस की सरकार है. अगर राजस्थान में भी बीजेपी सरकार आ जाती है, तो कांग्रेस और कमजोर हो जायेगी.
इसके अलावा जगदीप धनखड़ जाट वर्ग से आते हैं और राजस्थान ही नहीं उससे सटे हरियाणा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश और पंजाब में जाट समुदाय अच्छी खासी संख्या में हैं. पिछले कुछ वर्षों से जाट समुदाय लगातार बीजेपी से नाराज़ चल रहा है और इसका सामना बीजेपी को लगातार करना पड़ता है. कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भी इसका सबसे ज्यादा विरोध राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश और पंजाब के जाट वर्ग के लोगों ने ही किया था.
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जाट नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की, तो उन्होंने भी ये शिकायत गृहमंत्री से की थी कि जाट वर्ग से कोई व्यक्ति देश में बड़े पद पर नहीं है. केंद्र सरकार में भी 1 मंत्री हैंं संजीव बाल्यान और वो भी राज्य मंत्री हैं. इसके बाद अमित शाह ने सभी नेताओं को इस बारे में विचार करने का भरोसा दिया था. अब जगदीप धनखड़ के माध्यम से बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में जाट वर्ग को फिर से पार्टी के साथ जोड़ने के अपने लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश करेगी.
इसके अलावा खासकर अगर उत्तरप्रदेश की बात करें, तो एक समय एकदम हाशिए पर चली गई आरएलडी पार्टी में कृषि कानूनों पर हुए आंदोलन के बाद जान आ गई. अजीत सिंह की मृत्यु के बाद जयंत चौधरी ने लगातार कृषि कानूनों के मुद्दे को पश्चिमी उत्तरप्रदेश में उठाया और समर्थन हासिल किया. हालांकि उनको यूपी विधानसभा चुनावों में सोच के अनुरूप परिणाम नहीं मिले. अब जयंत अग्निपथ योजना के खिलाफ लगातार बैठकें कर रहे हैं. जयंत चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं और उनके परिवार को आज भी लोग सम्मान देते हैं.
अब इतने साल बाद बीजेपी दूसरे जाट नेता को बड़े पद पर बिठाने जा रही है. बीजेपी जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित करके दुसरे जाट नेता को बड़ा संवैधानिक पद पर बैठाने जा रही है जिससे जाटों के बीच में एक और बड़ा नेता स्थापित हो सके और सिर्फ एक परिवार की चली आ रही विरासत को खत्म किया जा सके. जिसका फायदा पार्टी को आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिमी उत्तरप्रदेश में भी मिल सके.
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Tags: BJP, Jagdeep DhankharFIRST PUBLISHED : July 16, 2022, 22:23 IST