गजब का शातिर निकला बंगाल का यह SI पैसों के लालच में देश को खतरे में डाला
गजब का शातिर निकला बंगाल का यह SI पैसों के लालच में देश को खतरे में डाला
Fake Passport Racket: फेक पासपोर्ट के मामले ने इन दिनों तूल पकड़ रखा है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है. एक रिटयर्ड SI को गिरफ्तार किया गया है.
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में फर्जी पासपोर्ट का मामला काफी चर्चा में है. विपक्षी बीजेपी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में अब पश्चिम बंगाल पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. फेक पासपोर्ट रैकेट में शामिल होने के आरोप में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. पासपोर्ट से जुड़े आवेदनों को उचित वेरिफिकेश्न के बिना मंजूरी देने के आरोप में कोलकाता पुलिस के सेवानिवृत्त सब-इंस्पेक्टर (SI) अब्दुल हुई को गिरफ्तार किया गया है_
एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने रविवार को बताया कि अब्दुल की गिरफ्तारी के साथ फर्जी पासपोर्ट गिरोह में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिए गए आरोपियों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है. उनके मुताबिक, अब्दुल जब सिक्योरिटी कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) में था, तब उसने कई आवेदकों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी करने में कथित तौर पर अहम भूमिका निभाई थी. एससीओ रीजनल पासपोर्ट ऑफिस से प्राप्त आवेदनों की जांच करता है. अधिकारी के अनुसार, अक्टूबर 2023 में पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले अब्दुल को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के अशोक नगर इलाके में स्थित उसके घर से शनिवार तड़के गिरफ्तार किया गया.
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गंभीर आरोप
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब्दुल को शनिवार को अलीपुर की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे 18 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. अब्दुल से हाल के सालों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी किए जाने में उसकी भूमिका का पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘हम यह पता लगाने के लिए अब्दुल की कांटैक्ट लिस्ट को खंगाल रहे हैं कि वह गिरोह का हिस्सा था या नहीं.’ कोलकाता पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने 27 सितंबर 2024 को भवानीपुर पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर मामले की जांच शुरू की थी.
50 से ज्यादा पासपोर्ट में अनियमितता
प्रारंभिक जांच के अनुसार, अब्दुल ने 50 से अधिक पासपोर्ट आवेदनों को मंजूरी दी थी, जो बाद में फर्जी पाए गए. सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि अब्दुल फर्जी दस्तावेजों पर आधारित प्रत्येक आवेदन के सत्यापन के लिए 25,000 रुपये लेता था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें उम्मीद है कि अब्दुल से पूछताछ करने पर मामले की जांच के सिलसिले में महत्वपूर्ण सुराग मिलेंगे. फर्जी पासपोर्ट गिरोह में संलिप्तता के आरोप में अब्दुल की गिरफ्तारी से पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान शुरू हो गया है. भाजपा ने रविवार को राज्य प्रशासन पर पुलिस के एक वर्ग द्वारा समर्थित फर्जी पासपोर्ट गिरोह पर आंखें मूंदने का आरोप लगाया. हालांकि, टीएमसी ने केंद्र सरकार पर सीमापार से घुसपैठ की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए गिरोह में शामिल लोगों का पता लगाने में राज्य पुलिस की भूमिका की सराहना की.
Tags: Kolkata News, National NewsFIRST PUBLISHED : January 5, 2025, 21:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed