इस अनोखी भिड्डी की खेती से होती है लाखों की कमाई किसान बन जाएंगे मालामाल

अब बाजार में गुलाबी रंग की भिंडी आने लगी है. इसकी कीमत अन्य भिन्डी से ज्यादा होती है. इसलिए किसानों को इसकी खेती में अधिक मुनाफा होता है.

इस अनोखी भिड्डी की खेती से होती है लाखों की कमाई किसान बन जाएंगे मालामाल
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: अगर आप भी एक किसान हैं, तो यह खबर आपके लिए है. आज हम एक ऐसी सब्जी की खेती के बारे में बात करेंगे, जो किसानों को लखपति बना सकती है. जी हां यह वही सब्जी है जिसे भिंडी के नाम से जानते हैं, लेकिन हम  हरी भिंडी की नहीं बल्कि गुलाबी भिंडी की बात कर रहे हैं.  ये अनोखी भिंडी न केवल ग्राहकों को आकर्षित करती है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है. इसकी कीमत भी हरी भिंडी की अपेक्षा अधिक होती है. खास तरीके से इसकी खेती कर किसान  मालामाल हो सकते हैं. आइए जानते हैं गुलाबी भिंडी की खेती को लेकर क्या बोले कृषि विशेषज्ञ प्रो. अशोक कुमार सिंह. श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सिंह ने लोकल 18 को बताया कि सामान्य तौर पर भिंडी हरे रंग की होती है. पहले परंपरागत हल्का हरा और पीले रंग की मिक्स भिंडी होती थी. अब बाजार में गुलाबी रंग की भिंडी आने लगी है. इसकी कीमत अन्य भिन्डी से ज्यादा होती है. इसलिए किसानों को इसकी खेती में अधिक मुनाफा होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं. यह विटामिन  का भी अच्छा स्रोत है, जो बीपी को कंट्रोल करती  है. अन्य भिंडी की अपेक्षा इसमें मिनरल्स की मात्रा ज्यादा होती है. यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद सब्जी है. ऐसे करें इसकी खेती  यह भिंडी हरी नहीं बल्कि गुलाबी होती है. इसलिए आकर्षण का केंद्र भी बनी रहती है. अन्य भिंडी की तरह ही इसकी खेती की जाती है. एक एकड़ जमीन के लिए लगभग डेढ़ किलोग्राम बीज पर्याप्त होते हैं. इसमें अधिक पैदावार पाने के लिए  खाद का ज्यादा प्रयोग करें. उर्वरक ज्यादा नहीं देना चाहिए नहीं तो रंग खराब हो सकता हैं. मिट्टी का चयन ऐसा करें जिसमें पानी ज्यादा समय तक न रुके. एक एकड़ में 15 से 20 टन गोबर की खाद या 10 टन बर्मी कंपोस्ट की खाद या 5 से 6 टन मुर्गी की खाद में किसी का भी प्रति एकड़ इस्तेमाल करना चाहिए. तो इससे बंपर उत्पादन मिलता है. इन प्रजातियों का चयन कर ऐसे करें बुवाई अगर अच्छे प्रजाति की बात करें तो गुलाबी भिंडी में रेड बरगंडी और एमरेल्ड ओकरा यह दो ऐसी प्रजातियां हैं, जो ज्यादातर मार्केट में दिखाई देती हैं. 5 से 7 सेंटीमीटर गहराई पर इसकी बुवाई करें. 25 से 30 दिन में फूल आने शुरू हो जाते हैं. लगभग 35 दिनों के बाद फली बनने लगती है और 55 दिनों के बाद किसानों को यह फसल मुनाफा देने लगती है. किसान हो जाएंगे लखपति इसका उत्पादन एक एकड़ में 50 से 60 क्विंटल आराम मिल जाता है. अभी बाजार में अच्छी हरी भिंडी कम से कम ₹40 प्रति किलो मिल रही है. जिसकी तुलना में गुलाबी भिंडी की कीमत ज्यादा होता है, लेकिन अगर ₹40 के हिसाब से भी बात करें तो 60 कुंतल यानी ₹2,40,000 का मुनाफा प्रति एकड़ किसान कमा सकता हैं. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 15:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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