यहां 2000 मतदाता पंचायत चुनाव में नहीं कर पाते मतदान जानें वजह
यहां 2000 मतदाता पंचायत चुनाव में नहीं कर पाते मतदान जानें वजह
Haldwani News: उत्तराखंड के हल्द्वानी में गौलापार सुल्तान नगरी के ग्रामीणों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है. आरोप है कि उन्हें लोकसभा चुनाव और विधान सभा चुनाव में मत देने का अधिकार है, लेकिन वह ग्राम पंचायत का वोट नहीं दे पाते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि सुधार कर उन्हें भी मतदान का अधिकार दिया जाए.
हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में गौलापार सुल्तान नगरी से आए सैकड़ों लोगों ने पंचायत चुनाव में वोट डालने का अधिकार दिए जाने की मांग की है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ उपजिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन के लिए पहुंचे ग्रामीणों में आरोप लगाया कि वर्ष 2008 तक वह पंचायत चुनाव में मतदान करते थे और उसके बाद उनसे मतदान करने का अधिकार छीन लिया गया.
बड़े चुनाव में करते हैं मतदान
वह लोकसभा और विधानसभा में तो वोट डालते हैं, लेकिन पंचायत चुनाव में उनका मतदान देने का अधिकार छीन लिया गया है. सुलतान नगरी के ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आगामी पंचायत चुनाव में उन्हें वोट डालने का अधिकार फिर से दिया जाए. नहीं तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे. बता दें कि करीब दो हजार मतदाता अधिकार से वंचित हैं.
एसडीएम कोर्ट तक निकाला जुलूस
गौलापार के ग्रामीणों ने पूर्व बीडीसी अर्जुन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में नगर निगम से एसडीएम कोर्ट तक जुलुस निकाला. ग्रामीणों ने कहा कि दोनों गांवों में सैकड़ों परिवार रहते हैं, जिसमें करीब 2 हजार मतदाता हैं. गांव के पट्टे, सड़क, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल, पहचान पत्र आदि का अधिकार सरकार ने दिया है. विधानसभा और लोकसभा चुनाव में वोट देने का अधिकार भी है, लेकिन पंचायत चुनाव में वोट देने का अधिकार छीन लिया है.
इससे ग्रामीण पंचायत चुनाव में वोट नहीं डाल पा रहे हैं. उन्होंने कहा इससे विकास कार्य कराने में भी दिक्कत आ रही है. जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी ने जल्द कार्रवाही कर मतादाताओं को उनका अधिकार दिलाने की बात की आश्वासन दिया.
जानें कब बना था गांव
साल 1957-58 से यह गांव बसा है. बागजाला ग्राम को साल 1981 से पूर्व में यह ग्राम सभा देवला तल्ला में सम्मिलित था. साल 1982-83 में इस ग्राम को अलग ग्राम की मान्यता मिली. जहां ग्राम सभा पंजाया बागजाला का सृजन हुआ. तब इस नए ग्राम के ग्रामवासियों को ग्राम सभा का प्रतिनिधत्व करने का सुअवसर मिला और इल ग्राम सभा की भूमि पर काबिज काशी राम प्रथम ग्राम प्रधान निर्वाचित हुए और 6 ग्राम सभा सदस्य निर्वाचित हुए.
परिसीमन के बाद अलगी हुई थी ग्राम पंचायत
गांव में प्रथम पंचवर्षीय योजना समाप्त हाने के बाद साल 1988-89 में दूसरी पंचवर्षीय ग्राम पंचायत शुरू होने पर इस ग्राम सभा में चुनाव हुए, जिसमें गोपाल सिंह नेगी प्रधान बने. परंतु वर्ष 2003-04 में पुनः परिसिमन होने पर देवला तल्ला पंजाया बागजाला के नाम से ग्राम सभा का गठन हुआ, जिसमे बागजाला के निवासी यशपाल आर्य ग्राम प्रधान निर्वाचित हुए.
2019 से ग्रामीण हैं परेशान
उसके बाद 2008-09 हुए ग्राम सभा चुनाव में दोबारा ग्राम बागजाला निवासी रेखा नगरकोटी प्रधान निर्वाचित हुई. वर्ष 2013-14 में त्रिलोक सिंह नौला उक्त ग्राम सभा के प्रधान नियक्त हुए. फिर वर्ष 2019 के ग्राम पंचायत से सर्वे में ग्राम पंचायत देवला तल्ला पंजाया बागजाला का सर्वे करने के लिए रोक दिया गया. तब से ग्रामीण पंचायत चुनाव में अपना मतदान नहीं कर पा रहे हैं.
Tags: Haldwani news, Local18FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 17:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed