काशी के इस अखाड़े में तैयार होती है दंगल गर्ल मर्दों को भी कर देती है चित

स्वामी नाथ अखाड़े के प्रमुख विश्वम्भर नाथ मिश्र ने बताया कि नाग पंचमी पर काशी के अखाड़ों में कुश्ती का आयोजन सैकड़ों साल से होता चला आ रहा है.

काशी के इस अखाड़े में तैयार होती है दंगल गर्ल मर्दों को भी कर देती है चित
वाराणसी: यूपी के वाराणसी में एक ऐसा अनोखा अखाड़ा है जहां दंगल ‘गर्ल’ को तैयार किया जाता है. बीते 8 साल से लगातार यहां महिला पहलवानों की फौज को तैयार किया जा रहा है. ये पहलवान नेशनल से लेकर स्टेट कॉम्पटीशन तक मेडल जीत तक चुकी है. इस अखाड़े का सीधा कनेक्शन गोस्वामी तुलसीदास से जुड़ा है. 450 साल पुराने इस अखाड़े में 8 साल पहले पहली बार महिलाओं के लिए इस अखाड़े का द्वार खोला गया. उसके बाद से महिला पहलवान यहां आकर जोर आजमाइश करने लगी. आज कशिश यादव,खुशी यादव, पलक जैसी दर्जनों दंगल गर्ल को इस अखाड़े ने खड़ा किया है. कशिश यादव ने बताया कि इस अखाड़े के दम पर ही उन्होंने कुश्ती में चार नेशनल मेडल जीते है. इसके अलावा खेलो इंडिया सहित अन्य आयोजन में भी उन्होंने अपने जीत का लोहा मनवाया है. दंगल गर्ल ने दिखाया दम कशिश स्वामी नाथ अखाड़े में पुरुष पहलवानों से भी दो दो हाथ करती है.नाग पंचमी के महापर्व भी कशिश ने अपने दांव पेंच दिखाए. कशिश के अलावा खुशी और पलक ने भी अखाड़े की मिट्टी को माथे पर लगाकर कुश्ती लड़ा. विश्वम्भर नाथ मिश्र ने खोला लड़कियों के लिए रास्ता स्वामी नाथ अखाड़े के प्रमुख विश्वम्भर नाथ मिश्र ने बताया कि नाग पंचमी पर काशी के अखाड़ों में कुश्ती का आयोजन सैकड़ों साल से होता चला आ रहा है.लेकिन अब यहां लड़कियों के अलावा देसी और विदेशी पहलवान भी अपना दांव पेंच दिखाते हैं. विदेशी पहलवानों ने दिखाया दम शुक्रवार को नागपंचमी के दिन इजराइल,स्पेन,नीदरलैंड के पहलवान भी इस कुश्ती दंगल में शामिल हुए और अखाड़े में देसी पहलवानों के साथ उन्होंने अपना जोर आजमाइश किया. गोस्वामी तुलसी दास ने की थी स्थापना वाराणसी के तुलसी घाट स्थित स्वामी नाथ अखाड़े का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है. गोस्वामी तुलसीदास ने इसकी शुरुआत की थी और वो खुद गुरु के तौर पर यहां पहलवानों की फौज को तैयार करते थे.इस अखाड़े का इतिहास 450 साल से अधिक पुराना है. Tags: Local18, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 16:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed