टच करते ही खुलेगा दरवाजाआ गई वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन इंटीर‍ियर शानदार

Vande Bharat Sleeper: वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन का फर्स्‍ट लुक आ गया है. इं‍टीर‍ियर इतना शानदार है क‍ि देखकर मोह‍ित हो जाएंगे. इस ट्रेन को चेन्‍नई की इंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री ने तैयार क‍िया है.

टच करते ही खुलेगा दरवाजाआ गई वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन इंटीर‍ियर शानदार
वंदे भारत ट्रेन में बहुत सारे लोगों ने सफर क‍िया होगा. नहीं क‍िया तो देखा जरूर होगा. लेकिन अब वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन का सफर करने के ल‍िए तैयार हो जाइए. चेन्‍नई की इंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री ने बेहद इंटीर‍ियर के साथ इसे तैयार क‍िया है, ज‍िसका फर्स्‍ट लुक आ गया है. इसमें अन्‍य ट्रेनों के मुकाबले बेहतर सिक्‍योरिटी सिस्‍टम है, बेस्‍ट कैटेगरी की डिजाइन है. टच करते ही दरवाजा खुलेगा, तो टायलेट में आपको कोई बटन दबाए बिना पानी मिलेगा. इसकी खास‍ियत ऐसी है जो आपको लंबी जर्नी में सुकून देगी. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) के जनरल मैनेजर यू. सुब्बा राव ने इसकी खास‍ियत बताई. ये भी बताया क‍ि अगले साल जनवरी तक इसे ट्रैक पर उतार द‍िया जाएगा और लोग इसमें सफर कर सकेंगे. 16 कोच वाली यह ट्रेन पूरी तरह एसी होगी. इसमें एक साथ 820 पैसेंजर्स सफर कर पाएंगे. इसकी स्‍पीड 160 क‍िलोमीटर प्रत‍ि घंटे तक पहुंच सकती है. यानी राजधानी से भी इसकी स्‍पीड काफी ज्‍यादा होगी. 180 क‍िलोमीटर होगी रफ्तार सुब्‍बा राव ने बताया क‍ि एक ट्रेन को बनाने पर 120 करोड़ रुपये की लागत आई है. ट्रेन का 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 180 किमी प्रति घंटे की स्‍पीड से दो महीने तक टेस्‍ट क‍िया जाएगा. इसके सिक्‍योरिटी फीचर्स की भी जांच की जाएगी. इसमें इमर्जेंसी ब्रेक सिस्‍टम लगाया गया है. इसका कंट्रोल काफी साइंटिफ‍िक तरीके से रखा गया है. इन सभी चीजों का परीक्षण क‍िया जाएगा. 15 नवंबर तक हम टेस्टिंग का काम पूरा करने वाले हैं. यह टेस्टिंग लखनऊ आरडीएसओ और पश्चिमी रेलवे में किया जाएगा. हमें उम्‍मीद है क‍ि 15 जनवरी तक इसके सार्वजन‍िक इस्‍तेमाल की मंजूरी दे दी जाएगी. #WATCH | Integral Coach Factory (ICF) in Chennai will be rolling out the Vande Bharat sleeper coaches soon pic.twitter.com/tcvYxKd4g5 — ANI (@ANI) October 23, 2024

क्‍या नई सुव‍िधाएं जोड़ी गईं
वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन में कई नई सुव‍िधाएं होंगी. जैसे सेंसर एक्‍ट‍िव इंटरकनेक्टिंग दरवाजे लगाए गए हैं. टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट और टॉक-बैक यूनिट लगाई गई हैं. फर्स्ट क्लास कूपों में अपर बर्थ तक आसानी से पहुंचने के लिए सीढ़ियां और फ्लाइट-स्टाइल अटेंडेंट बटन होंगे. ट्रेन हादसों से बचाने के ल‍िए टक्‍कर रोधी प्रणाली ‘कवच’ और एंटी-क्लाइम्बिंग टेक्‍नोलॉजी भी लगाई गई है. यह हादसे की स्‍थ‍िति में कोच को एक दूसरे के ऊपर चढ़ने नहीं देती. इससे जोख‍िम काफी कम हो जाता है.

20 कोच वाली ट्रेन भी आएगी
भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) और आईसीएफ इसकी फ‍िन‍िश‍िंंग पर काम कर रहे हैं. इसके बाद 9 और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें बनाई जाएंगी. आईसीएफ की योजना अगले 24 महीनों में 50 अत‍िर‍िक्‍त वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन बनाने का है. सुब्‍बा राव ने ये भी बताया क‍ि आईसीएफ पार्सल ड‍िलीवरी के ल‍िए एक नई ट्रेन डेवलप कर रहा है, जो अप्रैल तक तैयार हो जाएगी. पहला हाइड्रोजन से चलने वाला कोच भी चार महीने में डेवलप कर ल‍िया जाएगा. अगले 12 से 18 महीनों में हम 20 कोच वाली 21 नई चेयरकार वंदेभारत ट्रेन लेकर आएंगे.

Tags: Indian Railway news, Vande Bharat Trains