बारात पहुंची और जयमाला हो गई शादी के लिए दूल्हा पहुंचा पर लड़की वालों ने

Bride and Groom Story: शादी संबंधों में दूल्हे और दुल्हन पक्ष के लोग अपनी हैसियत के अनुसार लेन-देन भी करते हैं. इस परंपरा में कई बार कुछ असहज स्थिति भी आ जाती है जब किसी पक्ष की मांग पूरी नहीं होती हो. इसी कड़ी में हैरत में डालने वाला एक मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है जिसमें दूल्हे और उसके पिता को चार दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया. मामला तब सुलझा जब...पूरी रिपोर्ट आगे पढ़िये.

बारात पहुंची और जयमाला हो गई शादी के लिए दूल्हा पहुंचा पर लड़की वालों ने
हाइलाइट्स ज्वेलरी नहीं लाने पर दूल्हा और उसके पिता को बनाया गया बंधक. 4 दिन बाद मुजफ्फरपुर पुलिस की दखल के बाद मंदिर में हुई शादी. मुजफ्फरपुर/प्रियांक सौरभ. बिहार के मुजफ्फरपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो हैरान करने वाला है. यहां दूल्हा और उसके पिता को लड़की पक्ष ने चार दिनों तक बंधक बनाकर रखा. मामले को लेकर खूब हंगामा मचा और फिर चार दिन बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मंदिर में शादी हुई. इसके बाद फिर दुल्हन भी ससुराल के लिए विदा हुई. मामला मुजफ्फरपुर के बरियारपुर थाना क्षेत्र के राजापकड़ का है. बताया जा रहा है कि पीरापुर गांव के रहने वाले प्रमोद महतो के पुत्र कल्लू महतो 18 नवंबर को बारात लेकर शादी करने मुजफ्फरपुर जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के राजापाकड़ गांव पहुंचे थे. यहां के मुन्ना महतो की पुत्री मनिता कुमारी से कल्लू महतो की शादी होनी थी. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था और बारात मुन्ना महतो के दरवाजे पर पहुंची. लोगों ने खुशी-खुशी बारातियों को खाना खिलाया, जयमाला की रस्म भी हो गयी, फिर शादी के लिए दूल्हा भी पहुंचा. इसके बाद जो हुआ उससे हंगामा खड़ा हो गया. लड़की वालों ने इस बात पर पकड़ लिया… दरअसल, दूल्हे वालों की ओर से दुल्हन के घर और दहेज के हिसाब से ज्वेलरी नहीं लाई गई थी. इसके बाद दुल्हन पक्ष के लोग भड़क गए. इतना ही नहीं लड़की पक्ष के लोगों ने इस शादी से डायरेक्ट इंकार कर दिया. इसके साथ ही शादी करने पहुंचे दूल्हे और दूल्हे के पिता को बंधक बना लिया गया और चार दिनों तक पिता-पुत्र को बंधक बनाकर रखा गया. इसकी सूचना दूल्हे के गांव के प्रतिनिधि को मिली तब दोनों को छुड़ाने की कवायद शुरू हुई. इसके बाद दोनों गांव के प्रतिनिधि एक साथ बैठ कर मामले का हल निकाला और बॉन्ड पेपर पर दहेज में दिए गए सामान वापस करवाने की बात लिखवाकर दोनों को मुक्त कर दिया. पुलिस और जनप्रतिनिधियों ने सुलझाया मामला वहीं इसको लेकर बरियारपुर थाना में आवेदन दिया गया तो पुलिस ने लड़की पक्ष के कई लोगों को हिरासत में लिया. हालांकि, इसके बाद एक बार फिर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मामले में पहल की और फिर बरियारपुर थाना पुलिस के साथ मिलकर दोनों की शादी एक मंदिर में करा दी गई. मामले को लेकर ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने बताया कि बीते दिनों थाना क्षेत्र के राजापाकड़ गांव में एक शादी को लेकर बारात पहुंची थी, लेकिन सूचना प्राप्त हुई थी कि शादी करने पहुंचे लड़के और लड़के के पिता को ज्वेलरी नहीं लाने को लेकर बंधक बना लिया गया. इसके बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए प्रतिनिधियों की मदद से दोनों परिवार के लोगों को समझा बुझाकर एक मंदिर में दोनों की शादी करा दी गयी. Tags: Bride and groom story, Muzaffarpur latest news, Unique weddingFIRST PUBLISHED : November 24, 2024, 20:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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