ट्रंप की जीत बुरी खबर उन्हें समझ में नहीं आता किसुनीता नारायण भड़कीं

Donald Trump And Climate Change: सुनीता नारायण ने कहा कि ट्रंप की जीत पर्यावरण के लिहाज से बुरी खबर है क्योंकि ट्रंप मानते ही नहीं कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है. सुनीता नारायण ने कहा कि गरीबों पर इसका असर हो रहा है.

ट्रंप की जीत बुरी खबर उन्हें समझ में नहीं आता किसुनीता नारायण भड़कीं
नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर डोनाल्ड ट्रंप की जीत को लेकर मशहूर पर्यावरणविद सुनीता नारायण ने कहा कि ये दुनिया के पर्यावरण के लिए एक बुरी खबर है. नारायण ने कहा कि ट्रंप की जीत पर्यावरण के लिहाज से इसलिए बुरी खबर है क्योंकि ट्रंप मानते ही नहीं कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है. सुनीता नारायण ने कहा कि ट्रंप समझते हैं कि उनके देश में ज्यादा से ज्यादा डेवलपमेंट की जरूरत है. तो आप समझ सकते हैं कि आज मुझे कितनी चिंता है. पूरी दुनिया ने जहां एक तरफ समझ लिया था कि जलवायु परिवर्तन एक हकीकत है. उन्हें समझाना जलवायु परिवर्तन के बारे में पड़ता है. सुनीता नारायण ने कहा कि किसानों के सामने बेमौसम वर्षा हो रही है. इसका असर दुनिया के गरीबों के ऊपर पड़ रहा है. जहां तक डोनाल्ड ट्रंप के जीतने की बात है, यह पूरी दुनिया के लिए जहां तक पर्यावरण का सवाल है, वह एक बहुत बुरी खबर है. सुनीता नारायण ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए पूरे साल काम करने की जरूरत है. दिल्ली में आधा प्रदूषण वाहनों से है. इसे रोकने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर करना पड़ेगा. दिल्ली का प्रदूषण मशहूर पर्यावरणविद सुनीता नारायण ने कहा कि जहां तक दिल्ली के प्रदूषण का सवाल है ये आंकड़े बिल्कुल साफ करते हैं कि दिल्ली का पॉल्यूशन खाली दिल्ली का पॉल्यूशन नहीं है मगर दिल्ली को अपने लिए कदम उठाने पड़ेंगे. प्रदूषण पहले भी था. अब थोड़ी पराली और पटाखे भी उसे बढ़ाते हैं मगर सर्दी के उसका असर ज्यादा होता है. तब हवा नहीं होती. प्रदूषण का एक तिहाई दिल्ली का लोकल, एक तिहाई आसपास का और एक तिहाई है स्टबल बर्निंग और अन्य वजहों से है. दिल्ली के प्रदूषण में आधा गाड़ियों के कारण होता है. अगर आपको प्रदूषण की जंग जीतना है तो आपको गाड़ियों की संख्या कम करनी पड़ेगी. साफ गाड़ियां लानी पड़ेंगी. यह तब कर सकते हैं जब आपके पास पब्लिक ट्रांसपोर्ट इतना अच्छा हो कि आप और मैं गाड़ी छोड़ सके. हमें यह ना लगे कि हम धक्के खा- खा कर खत्म हो गए हैं. प्रदूषण को लेकर आरोप- प्रत्यारोप सुनीता नारायण ने कहा कि मैं राजनीति में नहीं हूं. यह उनका काम है. आपको आंकड़े दिखा रही हूं. पराली का असर दिल्ली पर जरूर दिखता है. ये नहीं होता कि ऐसा हर रोज होता है. पराली को अगर रोकना है तो किसान के हाथ में पैसा देना पड़ेगा. पराली जलाए नहीं वो उसे बेचे. आप उसे विकल्प दीजिए. एक अच्छी खबर है कि पिछले हफ्ते तक पराली जलाने की घटनाएं कम हुईं हैं. इसका मतलब ये है कि पंजाब और हरियाणा सरकार काम कर रही हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत की दहलीज तक कैसे पहुंचे? राज्यों में किस तरह हुई वोटिंग, समझिए रेड और ब्लू स्टेट का पूरा गणित आर्टिफिशियल रेन मुझे लगता है दिल्ली सरकार के कदम बहुत अच्छे हैं. लेकिन मैं कहूंगी कि आपको इस 21 सूत्रीय प्रोग्राम पर पूरे साल काम करना पड़ेगा. यह विंटर का जो हव्वा है यह दिल्ली सरकार का नहीं है. यह हव्वा आपके कारण है. 15 दिन चर्चा होती है. मीडिया का अब काम होना चाहिए कि पूरे साल सरकार से पूछे अपने क्या किया? Tags: America News, Donald Trump, US Election, US electionsFIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 16:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed