पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे की घोषणा से इस रूट पर बढ़ गईं जमीन की कीमतें

Patna Purnia Expressway: बिहार में इंफ्रास्टक्चर के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं और कई प्रस्तावित हैं. खास तौर पर जिन क्षेत्रों में नेशनल हाईवे या स्टेट हाईवे की सड़कें और बड़े पुलों के निर्माण हो रहे हैं, उन इलाकों में जमीनों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. ऐसी एक परियोजना प्रस्तावित है पटना से पूर्णिया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे. इस परियजोना की घोषणा के साथ ही इसके रूट से लगे इलाकों में जमीनों की कीमतें काफी बढ़ गईं हैं.

पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे की घोषणा से इस रूट पर बढ़ गईं जमीन की कीमतें
हाइलाइट्स पटना -पूर्णिया एक्सप्रेस वे की घोषणा से बढ़ गईं जमीन की कीमतें. समस्तीपुर, मधेपुरा और सहरसा होते हुए पटना से पूर्णिया का रूट. पूर्णिया. बिहार में पटना से पूर्णिया के बीच ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा के बाद जमीन मालिकों और ब्रोकरों की बल्ले बल्ले हो गई है. न सिर्फ पूर्णिया बल्कि मधेपुरा, सहरसा समेत कई जिलों में जमीन की कीमतों में अचानक इजाफा हो गया है और जमीन के ब्रोकर काफी एक्टिव हो गए हैं. वहीं, किसान अपनी जमीन को बचाने के जुगाड़ में लगे हैं. इधर, बिहार में जमीन सर्वे भी शुरू हो गया है जिसके बाद इसको लेकर काफी हलचल है. पटना से पूर्णिया एक्सप्रेसवे पटना से समस्तीपुर में प्रवेश करेगी और दलसिंहसराय, रोसड़ा, सिमरी बख्तियारपुर, उदाकिशुनगंज होते हुए पूर्णिया तक पहुंचेगी. इस रूट में आप कहीं भी चले जाएंगे तो जमीन की कीमतों में उछाल है. समस्तीपुर में सड़क से सटे बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की जमीन भी 20 लाख रुपये बीघा से 50 लाख रुपये तक हो गई है. यह जमीन की प्रकृति पर निर्भर करता है. इसमें गहरी जमीन की कीमत कम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अधिक रेट मिल रहे हैं. समस्तीपुर शहर से या फिर दलसिंहसराय और रोसड़ा से सटे और एक्सप्रेसवे के करीब की कीमतें तो अब 4 लाख रुपये कट्ठा से लेकर 30 लाख रुपये कट्ठा तक हो गईं हैं. एक्सप्रेसवे आगे बढ़ते हुए जब सहरसा जिले में प्रवेश करता है तो खगड़िया सहरसा बॉर्डर पर सिमरी बख्तियारपुर के आसपास इलाके की जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं. यह क्षेत्र दो जिलों को जोड़ता है और यहां से कोशी इलाका शुरू हो जाता है. चौर (निचले) इलाकों में जलजमाव रहता है बावजूद यहां जमीन की कीमतों में बड़ा उछाल है. हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि वास्तविक रूप में यह एक्सप्रेसवे किस रूट से गुजरेगा, लेकिन जमीन माफिया लोगों को सब्जबाग दिखाकर ऊंची कीमतें वसूल रहे हैं. सिमरी बख्तियारपुर शहर से सटे क्षेत्रों में 5 लाख से 50 लाख रुपये कट्ठा तक की जमीन है. वहीं, थोड़ी दूरी पर 2 लाख से 10 लाख रुपये प्रति कट्ठा तक मिल जा रही हैं. एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट से जगी उम्मीद इसके बाद मधेपुरा जिला में प्रवेश के बाद उदाकिशुनगंज होते हुए यह पूर्णिया पहुंचती है. इस रूट में भी कोसी का प्रकोप रहता है, लेकिन एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट से लोगों को विकास की उम्मीद दिख रही है. यही कारण है कि यहां की कीमतें भी शहर के करीब या दूर होने के साथ तय होती हैं हैं. उदाकिशुनगंज शहर कस्बा जैसा है लेकिन यह व्यावसायिक दृष्टिकोण से क्षेत्र का महत्वपूर्ण स्थान है. ऐसे में एक्सप्रेसवे रूट तय होने के बाद से ही इलाके में अब 5 लाख कट्ठा से अधिक जमीन की कीमतें हो गई हैं. हालांकि, खेती वाले इलाके की कीमतों में अभी उतना उछाल नहीं है, लेकिन जमीन के ब्रोकर अब लोगों को कई तरह के ख्वाब दिखाने लगे हैं और किसानों से डील कर रहे हैं. पूर्णिया में रूट फाइनल नहीं पर कीमतों में उछाल इसके बाद पूर्णिया जिले में प्रवेश के बाद इसका रूट फाइनल नहीं आया है, लेकिन शहर की बात करें तो जिस जमीन की कीमत 1 साल पहले 15 लाख रुपए कट्ठा थी आज उसकी कीमत 25 लाख रुपए कट्ठा हो गई है. इसी प्रकार जो मोहल्ले पुराने दिनों से आबाद हैं वहां तो जमीन की कीमतें पहले से ही बहुत हैं. मेन रोड पर तो जमीन उपलब्ध भी नहीं है, और जो आता भी है तो उसकी बोली लग जाती है. वहीं एक्सप्रेसवे रूट के ग्रामीण इलाके के जमीन की कीमतों में भी काफी इजाफा हुआ है. खास तौर पर बिहारीगंज, बनमखी, के नगर के इलाकों में जमीन की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हो गई है. तीन घंटे में पूरा होगा पटना से पूर्णिया का सफर दरअसल, पटना से पूर्णिया के बीच करीब 275 किलोमीटर लंबी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण को लेकर इस बार के आम बजट में घोषणा हो चुकी है. इसके लिए बजट में 12600 करोड़ रुपए भी दे दिये गये हैं. इस एक्सप्रेसवे के बनने से पटना से पूर्णिया महज तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है.अभी पटना जाने में पूर्णिया से एनएच 31 होकर 310 किलोमीटर और फोरलेन से 370 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. इसमें करीब 6 से 7 घंटे लग जाते हैं. एक्सप्रेसवे पर होंगे 17 बड़े पुल, 6 आरओबी यह एक्सप्रेस वे पटना, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा होते हुए पूर्णिया तक पहुंचेगा. यह एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा. साथ ही इसके दोनों बगल दो लेन की सर्विस रोड भी होगी, क्योंकि एक्सप्रेस वे में गति सीमा देखा जाता है. इस कारण पटना से पूर्णिया के बीच महज तीन या चार कनेक्टिविटी होगी. एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ से सर्विस रोड गुजरेगी जिस पर आम यात्री सफर कर पाएंगे. इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. इसमें 17 बड़े पुल और 6 आरओबी होंगे. एक्सप्रेसवे का डीपीआर भी तैयार हो गया है और जल्द ही इसमें आगे का प्रोसेस शुरू होगा. FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 15:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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