UPSC में पास होंगे या फेल कटऑफ से लगाएं अंदाजा मान लें एक्सपर्ट की राय

UPSC Prelims Cut Off 2024: यूपीएससी सीएसई प्रीलिम्स परीक्षा 16 जून, 2024 को हुई थी. इस साल भी लाखों अभ्यर्थियों यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा दी थी. यूपीएससी प्रीलिम्स 2024 परीक्षा का स्तर कठिन बताया जा रहा है. इस हिसाब से कट-ऑफ भी हाई जाने का चांस है. जानिए यूपीएससी प्रीलिम्स कट-ऑफ कितनी जा सकती है.

UPSC में पास होंगे या फेल कटऑफ से लगाएं अंदाजा मान लें एक्सपर्ट की राय
नई दिल्ली (UPSC Prelims Cut Off 2024). संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल है. हर साल 8-10 लाख या उससे भी ज्यादा कैंडिडेट्स यूपीएससी सीएसई प्रीलिम्स परीक्षा फॉर्म भरते हैं. उनमें से कुछ हजार सफल होकर यूपीएससी मेंस परीक्षा में बैठते हैं. यूपीएससी प्रीलिम्स 2024 परीक्षा का स्तर मीडियम से कठिन आंका गया है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इस साल यूपीएससी प्रीलिम्स कट-ऑफ भी हाई रहेगा. यूपीएससी कटऑफ देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आप इस साल यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा में पास होंगे या फेल. फिर उसी हिसाब से यूपीएससी मेंस परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हैं. सिविल सर्विस को देश की टॉप सरकारी नौकरी कहा जाता है. आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस समेत कई ब्यूरोक्रेटिक पोजिशन इसी में शामिल हैं. राउस आईएएस स्टडी सर्कल के एकेडमिक हेड जयकृत वत्सल से जानिए, यूपीएससी प्रीलिम्स कट-ऑफ 2024 कितनी जा सकती है. UPSC CSE: लाखों में कुछ हजार का सेलेक्शन हर साल करीब 10 लाख युवा यूपीएससी परीक्षा का फॉर्म भरते हैं. उनमें से 5-6 लाख परीक्षा देते हैं. फिर उनमें से करीब 1 हजार कैंडिडेट्स को सिविल सर्विस में सरकारी नौकरी मिल पाती है. यूपीएससी परीक्षा तीन चरणों में होती है- यूपीएससी प्रीलिम्स, यूपीएससी मेंस और यूपीएससी इंटरव्यू. यूपीएससी की वैकेंसी यानी रिक्त पदों पर भर्ती सीमित होती है, जबकि आवेदन लाखों आते हैं. इसलिए कहा जा सकता है कि यूपीएससी को टॉप कैंडिडेट्स का सेलेक्शन करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. यह भी पढ़ें- यूजीसी नेट परीक्षा कौन दे सकता है, क्या इसे पास करके सरकारी नौकरी मिलती है? UPSC Prelims Exam: यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा क्या है? यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा का पहला चरण प्रीलिम्स है. करीब 5 लाख परीक्षार्थी प्रीलिम्स देते हैं, जिनमें से 10-15 हजार मेंस दे पाते हैं. यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा में 2 पेपर होते हैं. पेपर 1 में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति, पर्यावरण और करेंट अफेयर्स से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. वहीं, यूपीएससी पेपर 2 में सीसैट पर फोकस किया जाता है. सीसैट में सामान्य गणित, लॉजिकल रीजनिंग और रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन जैसे टॉपिक्स से सवाल पूछे जाते हैं. UPSC Cutoff: यूपीएससी कटऑफ क्या है? कटऑफ का मतलब होता है- यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा के जनरल स्टडीज पेपर 1 में हासिल किए जाने वाले मिनिमम क्वॉलिफाइंग मार्क्स. यूपीएससी द्वारा निकाली गई वैकेंसी के आधार पर प्रीलिम्स की कट-ऑफ तय की जाती है. यूपीएससी नोटिफिकेशन के अनुसार, वैकेंसी की संख्या से 12-13 गुणा ज्यादा कैंडिडेट्स मेंस परीक्षा देते हैं. कैसे तय करें, कौन देगा यूपीएससी मेंस और कौन नहीं- 1- जो उम्मीदवार सामान्य अध्ययन पेपर II (CSAT) में कुल अंकों के 1/3 से कम मार्क्स हासिल करते हैं, उन्हें  कट-ऑफ गणना के लिए कंसिडर नहीं किया जाता है. 2- सीसैट पेपर में क्वॉलिफाई करने वाले सभी कैंडिडेट्स को जीएस पेपर 1 में उनके मार्क्स के आधार पर रैंक दी जाती है. फिर उन्हीं उम्मीदवारों को यूपीएससी मेंस परीक्षा देने का मौका मिलता है. यह भी पढ़ें- नीट यूजी परीक्षा की तैयारी किस क्लास से शुरू करें? UPSC Mains 2024: इस साल कितने कैंडिडेट्स यूपीएससी मेंस परीक्षा देंगे? यूपीएससी जॉब नोटिफिकेशन के अनुसार, इस साल सिविल सर्विस में 1056 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी. इस हिसाब से अनुमान लगा सकते हैं कि 12.5 से 13.5 हजार कैंडिडेट्स यूपीएससी मेंस परीक्षा देंगे. इनमें रिजर्वेशन का प्रावधान है. इसलिए 15% सीटें अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए, 7.5% अनुसूचित जनजाति वालों के लिए, 27% अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए और 10% आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग वालों के लिए आरक्षित हैं. इन कैटेगरीज के आधार पर कट-ऑफ जारी की जाती है. UPSC Prelims Cutoff: क्या यूपीएससी कटऑफ हर साल अलग जाती है? जनरल स्टडीज पेपर 1 और पेपर 2 की कठिनाई के स्तर और रिक्त पदों की संख्या के आधार पर हर साल यूपीएससी कट-ऑफ अलग बनती है. जानिए यूपीएससी कटऑफ किस आधार पर तय होती है- 1- वैकेंसी की संख्या- वैकेंसी की संख्या ज्यादा होने पर कटऑफ लो जाती है. वैकेंसी की संख्या कम होगी तो कटऑफ हाई रहती है. 2- कठिनाई का स्तर- प्रश्नों की कठिनाई का स्तर भी यूपीएससी कटऑफ को प्रभावित करता है. 3- उम्मीदवारों की संख्या- किसी भी परीक्षा में कैंडिडेट्स की संख्या ज्यादा होने पर कॉम्पिटीशन का लेवल बढ़ जाता है और इससे कटऑफ भी बढ़ जाती है. 4- कैंडिडेट्स की परफॉर्मेंस- अगर ज्यादा कैंडिडेट्स हाई मार्क्स स्कोर करते हैं तो यूपीएससी कटऑफ भी बढ़ जाती है. यह भी पढ़ें- फ्री में करें UPSC की कोचिंग, नहीं लगेगा 1 भी रुपया, बस पास कर लें यह टेस्ट UPSC Prelims Cut off 2024: इस साल यूपीएससी कटऑफ कितनी जा सकती है? पिछले 2-3 सालों में यूपीएससी प्रश्न पत्र का स्तर काफी कठिन रहा है. इस वजह से कटऑफ भी हाई रही. 2016 में यूपीएससी कटऑफ 116 थी, जबकि 2023 में 75.41. हालांकि 2024 में कटऑफ बढ़ने की उम्मीद की जा रही है. राउस आईएएस स्टडी सर्कल के एनालिसिस की मानें तो इस साल यूपीएससी कटऑफ 90 +/- 2 मार्क्स के करीब रह सकती है. जानिए 4 खास वजहें- 1- राजनीति, इतिहास और भूगोल जैसे हाई स्कोरिंग सेक्शंस के ज्यादातर सवाल टेक्सटबुक से पूछे गए थे. जिन लोगों ने NCERT से अच्छी तैयारी की होगी, उनके लिए ये सवाल आसान रहे होंगे. 2- जीएस पेपर 1 की कठिनाई का स्तर 2018 और 2019 के जैसा ही था. 3- इस साल ज्यादातर सवालों में 2 स्टेटमेंट थे (पिछले साल 4 थे). कई सवालों को विकल्प हटाकर ही सॉल्व किया जा सकता था. इससे पेपर थोड़ा आसान हो गया था. 4- पिछले कुछ सालों में ऐसे कैंडिडेट्स की संख्या ज्यादा थी, जिन्होंने जीएस पेपर 1 में बेहतरीन मार्क्स हासिल किए लेकिन सीसैट पेपर में क्वॉलिफाई नहीं कर पाने के कारण प्रीलिम्स में फेल हो गए. अब स्टूडेंट्स ने सीसैट पेपर पर फोकस बढ़ा दिया है. इससे उम्मीद की जा रही है कि इस साल ज्यादा कैंडिडेट्स सीसैट पेपर क्वॉलिफाई कर सकते हैं, जिससे कटऑफ भी बढ़ेगी. यह भी पढ़ें- 6 महीने में 4 पेपर लीक, 1 करोड़ से ज्यादा कैंडिडेट्स, अब कब होगी परीक्षा? UPSC Cut off Calculation: आसान नहीं है कटऑफ निकालना राउस आईएएस स्टडी सर्कल के एकेडमिक हेड जयकृत वत्सल की मानें तो यूपीएससी प्रीलिम्स कटऑफ निकालना आसान नहीं है. इसीलिए वह सलाह देते हैं कि आंसर की में जो भी कैंडिडेट्स 85 से ज्यादा मार्क्स स्कोर कर रहे हों, वह मेंस की तैयारी शुरू कर सकते हैं. जून 2024 के आखिरी हफ्ते तक यूपीएससी प्रीलिम्स रिजल्ट जारी होने की उम्मीद है. मेंस परीक्षा की तैयारी के लिए टाइम से बढ़कर कुछ नहीं है. ऑप्शनल विषयों का रिवीजन और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस शुरू कर देना बेहतर रहेगा. साल201520162017201820192020202120222023जनरल107.34116105.34989892.5187.5488.2275.41ओबीसी106110.66102.6696.6695.3489.1284.8587.5474.75एससी9499.3488.66848274.8475.4174.0859.25एसटी919688.6683.3477.3468.7170.7169.3547.82EWS––––9077.5180.1482.8368.02 यह भी पढ़ें- परीक्षा में भूलकर भी किए ये 15 काम तो होगी 10 साल जेल, 1 करोड़ तक जुर्माना Tags: UPSC, Upsc exam, Upsc resultFIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 15:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed