पापा छठ दिन वाला मैच हारने के बाद आज जो जीते हैं न थोड़ी सी फीलिंग आ रही है

ये 13 साल का इतंजार था, उसकी तुलना पहले से नहीं की जा सकती. बेस्ट फास्ट बोलिंग अटैक और संहारक बल्लेबाजों के रहते ट्रॉफी हमसे दूर जाती रही. खैर, सारी कमी दूर हो गई है. दुख है कि ये सुख देने वाले कोहली और रोहित अब टी-20 में नहीं दिखेंगे. लेकिन मलाल नहीं है.

पापा छठ दिन वाला मैच हारने के बाद आज जो जीते हैं न थोड़ी सी फीलिंग आ रही है