फिर सजेगा हथियारों का बाजार विदेशी कंपनियां ढूढेंगी भारत में मददगार
फिर सजेगा हथियारों का बाजार विदेशी कंपनियां ढूढेंगी भारत में मददगार
AERO INDIA 2025 : भारत अब एक हथियारों का बड़ा बजार बन चुका है. भारत विदेशों से हथियार खरीद नहीं रहा है बल्कि दुनियां भर में बेच रहा है. एशिया के सबसे बड़ शो एयरो इंडिया-2025 में स्वदेशी हथियारों का प्रदर्शन होगा. DRDO देश का प्रीमियर संस्थान है. यह स्वदेशी हथियारों के तहत देश को ताकत बनेना में जुटा है. फ्लाइंग डिस्प्ले में भी स्वदशी ताकत का जलवा होगा.
AEROINDIA 2025 : अमेरिका, रूस, चीन समेत दुनिया के तमाम ताकतवर देश को गुमान था कि उन्नत तकनीक के हथियार बनाने की तकनीक बस उनके पास है. हथियार निर्माण में उनके वर्चस्व को कोई चुनौती नहीं दे सकता. पिछले एक दशक में भारत ने उन ताकतवर देशों को चुनौती दी. एक ऐसा स्वदेशी इकोसिस्टम तैयार कर दिया और भारत आत्मनिर्भर हो गया है. दुनिया के उन तमाम छोटे देश जो महंगे हथियार या प्लेटफॉर्म खरीद पाने में सक्षाम नही है उनकी आस को भारत में बढ़ा दिया है. ऐसा ही हथियारों का मेला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 10 से 14 फरवरी तक सजेगा. यहा है एशिया के सबसे बड़ा एयरो शो ‘एयरो इंडिया-2025’. एयरो इंडिया में भारत की स्वदेशी ताकत का नजारा दिखायी देगा.
थीम है ‘रनवे टू अ बिलियन अपॉर्च्युनिटीज’
एशिया का सबसे बड़ा एयरो शो ‘एयरो इंडिया-2025’ की इस बार की थीम रखी गई है ‘रनवे टू अ बिलियन अपॉर्च्युनिटीज’. एयरो इंडिया देश और विदेश के हथियार निर्माताओं, खरीदारों के लिए एक मेक इन इंडिया प्लेटफॉर्म देगा. दो साल में एक बार होने वाले इस एयरो इंडिया में भारत अपने स्वदेशी फाइटर जेट,यूटिलिटी हेलीकॉप्टर, अटैक हैलिकॉप्टर, ड्रोन और मिसाइलों की प्रदर्शनी दुनिया के सामने लगाने जा रही है. एयरो इंडिया के 15वे संस्करण में देश विदश की सैकड़ों छटी बड़ी कंपनियां इसमें शिरकत करने जा रही है. पांच दिन तक चलने वाले इस एयरो इंडिया में पहले तीन दिन बिजनेस डे और बाकी के दो दिन आम जनता के लिए रखा गया है. भारतीय स्वदेशी ताकत को एयरो-शो जरिए सभी पांचों दिन देखा जा सकेगा.
विदेशी कंपनियां ढूंढेगी देशी साझेदार
रक्षा मंत्रालय ने आत्मनिर्भर भारत के तहत हजारों प्रोडक्ट और जुड़े कलपुर्जों की विदेश से खरीद पर रोक लगा रखी है. अब सब कुछ स्वदेशी होगा. विदेशी कंपनियों को भी अगर भारत में आना है तो वह भी भारतीय साझेदार के साथ ही आ सकेगा. यह कार्यक्रम विदेशी और भारतीय कंपनियों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए मुफीद है. स्वदेशीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए ग्लोबल सप्लाई चेन में नए अवसर ढूंढने का एक बड़ा मंच देगा. डिफेंस मिनिस्टर्स कॉन्क्लेव में मित्र देशों के बीच साझेदारी को मजबूत करने, सुरक्षा और विकास में सहयोग बढ़ाने पर फोकस होगा. एयरो इंडिया में विदेशी कंपनियों के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सीईओ राउंड टेबल के जरिए मंच दिया जाएगा.
सांसे रोक देगा एयर शो
फाइटर एयरक्राफ्ट की फ्लाइंग और हेलिकॉप्टर प्यलटों की महारत देखते ही लोग दांतो तले उंगली दबा लेते है. एयरों इंडिया में भी ऐसा होने वाला है. रोज अलग अलग तरह के विमानों के हैरतअंगेज एयर ड्रिल को अंजाम देंगे. स्वदेशी तेजस, प्रचंड, ALH हेलिकॉप्टर,लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर के अलावा रफाल, सुखोई, मिराज 2000 और मिग-29 भी फ्लाई पास्ट में उड़ान भरते नजर आ सकते है. एरियल डिस्पले के साथ साथ स्टैटिक डिस्पले भी होगा. लोग नजदीक से भी भारत की ताकत को महसूस कर सकेंगे. हथियारों की प्रदर्शनी के इंडियन पवेलियन में मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को दिखाया जाएगा.iDEX पवेलियन में इंडियन स्टार्टअप्स की विकसित की हुई अत्याधुनिक तकनीकों और प्रॉडक्ट्स की प्रदर्शनी लगेगी.
2023 में 75000 करोड़ का कारोबार
एशिया के सबसे बड़ी एरो इंडिया पर पूरे देश की नजर बनी हुई है. इस शों को इस लेहाज से भारत पेश करने वाला है कि दुनिया तकनीक के मामले में भारत का दम देख सके. साल 2023 में हुए एयरो इंडिया में 7 लाख से ज्यादा विजिटर्स आए थे. 98 देशों से प्रतिनिधि और 809 से ज्यादा एक्जिबिटर्स थे. 14वें संसकरण में 250 से ज्यादा साझेदारियां हुई जिनमें 75000 करोड़ रुपये कीमत के 201 एमओयू, प्रमुख घोषणाएं और ट्रांसफर ऑफ टेक्नॉलजी शामिल थी. इस साल यह आंकड़ा इसस भी आगे जाने उम्मीद जताई जा रही है
Tags: Aero indiaFIRST PUBLISHED : January 6, 2025, 21:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed