बरसात में भूलकर भी न करें इन सब्जियों का सेवन सेहत को हो सकता है नुकसान
बरसात में भूलकर भी न करें इन सब्जियों का सेवन सेहत को हो सकता है नुकसान
बरसात के मौसम में मिलने वाली कुछ ऐसी सब्जियां हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इस मौसम में मिलने वाली सब्जियां संक्रमित हो जाती हैं. जिससे हमें पेट दर्द, उल्टी दस्त या फिर फूड प्वाइजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है.
सौरभ वर्मा/ रायबरेली: बरसात होने पर हमें गर्मी से तो राहत मिलती है. लेकिन मानसून की पहली बारिश में लोगों के बीमार होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि लोगों को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा. जिससे वह बीमारियों से बचे रहें. क्योंकि बरसात के मौसम में मिलने वाली कुछ ऐसी सब्जियां हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इस मौसम में मिलने वाली सब्जियां संक्रमित हो जाती हैं. जिससे हमें पेट दर्द, उल्टी दस्त या फिर फूड प्वाइजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है. तो चलिए आयुष चिकित्सा अधिकारी से जानते हैं बरसात में हमें कौन से साग सब्जियों से दूर रहना चाहिए .
आयुष के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखने वाली रायबरेली की आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. आकांक्षा दीक्षित (एमडी आयुर्वेद) ने बताया कि बरसात के मौसम में मिलने वाली पत्तेदार सब्जियां एवं साग प्रवृत्ति की सब्जियां हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती हैं. क्योंकि बरसात के मौसम में इन पर कुछ हानिकारक बैक्टीरिया आ जाते हैं. जो हमारे स्वास्थ्य नुकसान पहुंचाते हैं.
इन सब्जियों का न करें सेवन
वह बताती हैं कि बरसात के मौसम में पत्तेदार सब्जियां पालक,चौलाई, फूल गोभी, पत्ता गोभी, मूली के पत्ते एवं बैंगन, ब्रोकली का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि इनमें बेहद सूक्ष्म फंगस और बैक्टीरिया होते हैं.जो बरसात के सीजन में दिखाई नहीं देते हैं. क्योंकि इस मौसम में इन पर धूप नहीं लगती. जिससे यह ज्यादा घातक हो जाते हैं. इसीलिए बरसात के मौसम में इन सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसमें मौजूद बैक्टीरिया पकने के बाद भी नहीं मरते हैं.
ऐसे करें सेवन
Local 18 से बात करते हुए आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आकांक्षा दीक्षित बताती हैं कि इस मौसम में सब्जियों का उपयोग करते समय ध्यान दें कि सब्जियों को उबालकर ही उपयोग करें. साथ ही वह बताती हैं कि बरसात के मौसम में सलाद का सेवन करने से भी बचें. क्योंकि इसमें मौजूद बैक्टीरिया सीधे शरीर में जाते हैं और कई बार ऐसा देखा गया है कि यह कीड़े दिमाग तक भी पहुंच जाते हैं, जो दिमाग को डैमेज कर देते हैं.
Tags: Health tips, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 09:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed