यूट्यूब से मिला आइडिया तो किसान शुरू यह की खेती आज कमा रहा लाखों

किसान ने बताया कि अमरूद की फसल को बेचने के लिए काफी दूर तक नहीं जाना पड़ता, क्योंकि जिले में ही अमरुद की भारी डिमांड है. ऐसे में उनकी आधे से ज्यादा अमरुद की फसल खेत में ही बिक जाती है.

यूट्यूब से मिला आइडिया तो किसान शुरू यह की खेती आज कमा रहा लाखों
आशीष त्यागी/बागपत. बागपत में अमरूद की खेती कर किसान सालाना लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहा है. किसान ने यूट्यूब से अमरूद की खेती करना सीखा और उद्यान विभाग की मदद से दस बीघा जमीन पर अमरूद की बागवानी शुरू की. आज यह किसान अच्छी आमदन कमा रहा है. किसान तीन प्रकार के अमरूद की खेती कर रहा है. अमरूद की खेती से किसान को अन्य फसलों से अधिक मुनाफा मिल रहा है. यूट्यूब से सीखा खेती करना बागपत के टटीरी कस्बे के रहने वाले किसान संजय ने बताया कि वह पहले गेहूं धान और गन्ने की खेती करते थे. एक दिन वह यूट्यूब पर अमरूद की खेती की वीडियो देख रहे रहे थे, तभी उन्होंने अमरूद की खेती करने का विचार बनाया और उद्यान विभाग से संपर्क किया. उद्यान विभाग के अधिकारियों ने सरकार की कल्याणकारी योजना के बारे में अवगत कराया. इसके बाद किसान ने अपनी 10 बीघा भूमि पर अमरूद की खेती करनी शुरू की. उद्यान विभाग की तरफ से लागत का 50 प्रतिशत किसान को अनुदान भी दिया गया. जिसके बाद किसान ने तीन प्रकार के अमरूद किस्म जिलास, वैलेंटेन, ताइवान पिंक नस्ल की खेती करना शुरू किया. आज वह साल में दो बार अमरूद से अच्छा खासा मुनाफा कमा रहा है. प्रति बीघा किसान को 30 हजार का मुनाफा मिलता है और कुल करीब 3 लाख की सालाना आमदनी होती है. किसान की इस फसल को देखने के लिए अन्य किसान भी काफी दूर-दूर से आते हैं. खेत मे ही बिक जाती है  फसल किसान ने बताया कि अमरूद की फसल को बेचने के लिए काफी दूर तक नहीं जाना पड़ता, क्योंकि जिले में ही अमरुद की भारी डिमांड है. ऐसे में उनकी आधे से ज्यादा अमरुद की फसल खेत में ही बिक जाती है और बाकी का अमरुद आसपास की मंडी में बिक जाता है. जिससे उसे बहुत अच्छा मुनाफा होता है. वहीं एक बार लागत लगाने के बाद करीब 10 वर्ष तक अमरूद का पौधे से आमदनी होते रहती है. Tags: Farming, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 17:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed